कुमार को पंजाब जेल से ट्रांजिट रिमांड पर लाया गया है और पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया गया। स्पेशल सेल ने चौदह दिन की पुलिस हिरासत मांगी है। कुमार की ओर से पेश हुए वकील दीपक त्यागी ने पुलिस के इस कदम का विरोध किया। अदालत ने दलीलें सुनने के बाद पुलिस के अनुरोध को स्वीकार कर लिया और उसे पुलिस हिरासत में भेज दिया।
सूत्रों ने कहा कि वह प्रतिद्वंद्वी गिरोह के सदस्यों की हत्याओं में शामिल था और इसलिए उससे हिरासत में पूछताछ की आवश्यकता है।
सूत्र ने कहा, उसने गिरोह के फरार सदस्यों के लिए ठिकाने उपलब्ध कराए। वह लॉरेंस बिश्नोई, संपत नेहरा, कनाडा स्थित गैंगस्टर गोल्डी बराड़ और अनमोल बिश्नोई के निर्देश पर अपने साथियों और अन्य लोगों को अत्याधुनिक हथियारों की आपूर्ति करता था। हम उसका सामना उसके सहयोगियों से कराएंगे, जो अभी हमारी हिरासत में है। हम सिद्धू मूसेवाला की हत्या की पूरी साजिश के बारे में जानना चाहते हैं।
सूत्र ने कहा कि पुलिस पूरे सिंडिकेट की फंडिंग के बारे में जानना चाहती है। कुमार राजस्थान, हरियाणा और पंजाब में गिरोह के संचालन को देख रहा था।
अदालत ने दलीलें सुनने के बाद कुमार को सात दिन के पुलिस रिमांड पर लेने की अनुमति दी। पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश करेगी कि मूसेवाला की हत्या को किसने अंजाम दिया और कितने लोग इसमें शामिल थे।
इस मामले पर टिप्पणी के लिए किसी वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौजूद नहीं थे।
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