हमलावर उनकी दुकान में घुसे और उन पर कई बार खंजर से वार किए और उनका गला भी काट दिया। घटना के एक वीडियो में आरोपियों ने हत्या की जिम्मेदारी ली है। वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।
घटना के विरोध में उदयपुर के हाथीपोल, घंटाघर, अश्विनी बाजार, देहली गेट और मालदास स्ट्रीट की दुकानों ने अपने शटर गिरा दिए हैं।
समाचार लिखे जाने तक पीड़िता का शव दुकान के बाहर पड़ा हुआ था। मृतक के परिजनों ने मुआवजे के तौर पर 50 लाख रुपये और सरकारी नौकरी की मांग की है।
पीड़ित की पहचान कन्हैयालाल तेली (40) के रूप में हुई है, जो एक दर्जी है, जो धनमंडी में सुप्रीम टेलर्स के नाम से एक दुकान चलाता था।
मंगलवार दोपहर करीब ढाई बजे दो बदमाश कपड़े सिलने का नाप देने के बहाने उसकी दुकान में घुस गए।
जब तक कन्हैयालाल कुछ समझ पाता तब तक बदमाशों ने उन पर कई बार खंजर से हमला कर दिया, जिससे उनकी मौत हो गई।
शीर्ष पुलिस अधिकारी और एफएसएल की टीम मौके पर साक्ष्य जुटा रही है।
इस बीच राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
इस भीषण हत्या के बाद राजस्थान विधानसभा में विपक्ष के नेता गुलाबचंद कटारिया ने एसपी को बुलाकर घटना की जानकारी ली।
कन्हैयालाल गोवर्धन विलास क्षेत्र के रहने वाले थे। दस दिन पहले उन्होंने नूपुर शर्मा के पक्ष में एक सोशल मीडिया पोस्ट डाला था। तभी से एक खास समुदाय के लोग उन्हें जान से मारने की धमकी दे रहे थे।
लगातार धमकियों से परेशान कन्हैयालाल ने इस मामले में पुलिस में शिकायत दर्ज कराने के अलावा छह दिन तक अपनी दुकान भी नहीं खोली। पुलिस ने उसे कुछ दिन संभलकर रहने को कहा था।
भीषण हत्या की खबर मिलते ही जिला कलेक्टर तारा चंद मीणा और एसपी मनोज चौधरी भी मौके पर पहुंचे।
चौधरी ने कहा कि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। पीड़िता को मिली धमकियों के बारे में पूछे जाने पर एसपी ने कहा कि मृतक से जुड़े सभी रिकॉर्ड की जांच की जा रही है।
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