नई दिल्ली, 27 जून ()। यशवंत सिन्हा द्वारा सोमवार को राष्ट्रपति चुनाव के लिए संयुक्त विपक्षी उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल करने के कुछ घंटों बाद, उनके पक्ष में देशव्यापी प्रचार के लिए एक समिति का गठन किया गया।
समिति में विपक्षी राजनीतिक दलों में कुल 11 सदस्य हैं।
सदस्यों में कांग्रेस से जयराम रमेश, डीएमके से तिरुचि शिव, तृणमूल कांग्रेस से सुखेंदु शेखर रॉय, सीपीआई-एम से सीताराम येचुरी, समाजवादी पार्टी से राम गोपाल यादव, एनसीपी से प्रफुल्ल पटेल, टीआरएस से रंजीत रेड्डी, राजद से मनोज झा, सीपीआई से डी राजा, शिवसेना के एक उम्मीदवार और सिविल सोसाइटी के सदस्य सुधींद्र कुलकर्णी शामिल हैं।
पूर्व केंद्रीय मंत्री सिन्हा ने 18 जुलाई को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के खिलाफ आम विपक्ष के उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन दाखिल किया।
यशवंत सिन्हा ने नामांकन दाखिल करने के बाद कहा, मैं उन सभी विपक्षी दलों का शुक्रगुजार हूं जिन्होंने एक साथ आकर मुझे अपना उम्मीदवार चुना।
सिन्हा ने आगे कहा कि संविधान में राष्ट्रपति की कुछ जिम्मेदारियां हैं और नियंत्रण और संतुलन का हिस्सा बनना उनकी जिम्मेदारी है।
सिन्हा का नामांकन दाखिल करने के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी, राकांपा प्रमुख शरद पवार, समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव, नेशनल कांफ्रेंस प्रमुख फारूक अब्दुल्ला, माकपा नेता सीताराम येचुरी और अन्य विपक्षी नेता मौजूद थे।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने नामांकन के बाद कहा, यह विचारधारा की लड़ाई है और विपक्ष यशवंत सिन्हा की उम्मीदवारी पर एकजुट है।
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