यूपी के मैनपुरी में रेस्क्यू किए गए 298 कछुए

Sabal Singh Bhati
2 Min Read

मैनपुरी (उप्र), 5 जनवरी ()। स्थानीय पुलिस और यूपी के वन अधिकारियों के संयुक्त अभियान में मैनपुरी जिले के कोसमा मुसलमीन गांव से कुल 298 भारतीय फ्लैपशेल कछुओं और भारतीय सॉफ्टशेल कछुओं को बचाया गया है।

कछुओं को सूर सरोवर पक्षी विहार में छोड़ दिया गया है।

खबरों के मुताबिक, ग्रामीणों ने देखा कि सरसों के खेत में 10 लावारिस बोरे पड़े हुए हैं। आगे निरीक्षण के बाद, उन्होंने पाया कि प्रत्येक बोरी में जीवित कछुए थे।

इसके बाद, उन्होंने घटना की सूचना स्थानीय पुलिस और वन विभाग को दी, जिन्होंने मौके पर पहुंचकर कछुओं को बचाया और उन्हें चिकित्सकीय निगरानी के लिए आगरा में एनजीओ वाइल्डलाइफ एसओएस को स्थानांतरित कर दिया।

एनजीओ की पशु चिकित्सा टीम द्वारा फिट माने जाने के बाद, कछुओं को बुधवार को वन अधिकारियों की मौजूदगी में सूर सरोवर पक्षी अभयारण्य में छोड़ दिया गया।

वन विभाग के अधिकारियों ने दावा किया कि कछुओं को अवैध रूप से तस्करों द्वारा ले जाया जा रहा था।

इस बीच, पुलिस ने कहा कि मामले में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है।

घिरौर थाने के एसएचओ नरेंद्र पाल सिंह ने कहा, एक स्थानीय निवासी की शिकायत के आधार पर कछुओं की तस्करी में कथित रूप से शामिल दो लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।

डीएफओ एस.एन. मौर्य ने कहा, बचाए गए भारतीय फ्लैपशेल कछुए (लिसेमीस पंक्टाटा) और भारतीय सॉफ्टशेल कछुए (निल्सोनिया गैंगेटिका) को वन्यजीव (संरक्षण अधिनियम), 1972 की अनुसूची के तहत सूचीबद्ध किया गया है और इस तरह भारत में बाघ के समान स्तर की सुरक्षा प्रदान की गई है।

भारतीय फ्लैपशेल कछुए और भारतीय सॉफ्टशेल कछुए सबसे अधिक तस्करी वाली कछुओं की प्रजातियों में से हैं क्योंकि उनका मांस दुनिया के कुछ हिस्सों में खाया जाता है और शरीर के अंगों का उपयोग पारंपरिक चीनी चिकित्सा में किया जाता है।

एचएमए/एसकेपीदेश विदेश की तमाम बड़ी खबरों के लिए निहारिका टाइम्स को फॉलो करें। हमें फेसबुक पर लाइक करें और ट्विटर पर फॉलो करें। ताजा खबरों के लिए हमेशा निहारिका टाइम्स पर जाएं।

Share This Article
Sabal Singh Bhati is CEO and chief editor of Niharika Times