विमानवाहक पोत देखने के बाद अपने विचारों को इंस्टाग्राम पर व्यक्त करते हुए मोहनलाल ने कहा, भारत के पहले स्वदेशी विमान वाहक (आईएसी) पर सवार होने के लिए सम्मानित महसूस कर रहा हूं। जल्द ही कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड, केरल में निर्मित विक्रांत को कमीशन किया जाएगा।
13 लंबे वर्षों के समर्पित निर्माण के बाद, यह एक सच्चा इंजीनियरिंग चमत्कार है है जो भारतीय नौसेना को और मजबूत करती है और भारत की जहाज निर्माण क्षमताओं के बारे में बताती है।
मैं इस अवश्विसनीयअवसर के लिए विशेष रूप से कमांडिंग ऑफिसर, कमोडोर विद्याधर हरके, वीएसएम, और कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक मधु नायर के गर्मजोशी से स्वागत के लिए अपना हार्दिक आभार व्यक्त करता हूं।
इस मशीन की बेजोड़ खासियतों को देखकर मैं आईएसी विक्रांत को बनाने में लगे सभी लोगों को सलाम करता हूं और उम्मीद जताता हूं कि वो हमेशा समुद्र में विजयी रहे!
आईएएनएस
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