भारत रूढ़िवादी स्टाइल में टी20 खेल रहा है: माइकल वॉन

Jaswant singh
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लंदन, 11 नवम्बर । इंग्लैंड के पूर्व इंग्लैंड कप्तान माइकल वॉन ने ऑस्ट्रेलिया में टी20 विश्व के सेमीफाइनल में इंग्लैंड से 10 विकेट की शर्मनाक पराजय झेलकर बाहर हुई भारतीय टीम की कड़ी आलोचना करते हुए माइकल वॉन कहा है कि भारत टी20 विश्व कप में रूढ़िवादी क्रिकेट खेल रहा है और सीमित-ओवर क्रिकेट के इतिहास में अपने प्रतिभा के साथ न्याय ना करने वाली टीमों में सबसे आगे है।

भारत का इस साल के विश्व कप का सफर सेमीफाइनल में खत्म हो गया जब जोस बटलर के नेतृत्व में इंग्लैंड ने उन्हें गुरुवार को एडिलेड में 10 विकेट से रौंदा। द टेलीग्राफ अखबार में माइकल वॉन ने अपने कालम में लिखा, भारत इतिहास की सबसे बड़ी अंडर-परफॉमिर्ंग टीम है।

सारे खिलाड़ी इंडियन प्रीमियर लीग में खेलकर बताते हैं कि इससे कैसे उनके गेम में निखार आया लेकिन भारतीय टीम ने कब पिछली बार बड़े मंच पर अपनी प्रतिभा के साथ न्याय किया? 2011 में अपनी धरती पर 50-ओवर विश्व कप जीतने के बाद उनके हाथ एक भी खिताब नहीं आया। भारत कई सालों से रूढ़िवादी अंदाज में सफेद-गेंद क्रिकेट खेलता आया है।

माइकल वॉन ने आगे लिखा, उन्होंने ऋषभ पंत जैसे प्रतिभाशाली और विस्फोटक बल्लेबाज का भी सदुपयोग नहीं किया है। इस युग में ऐसे बल्लेबाज को आपको शीर्ष क्रम में डालकर मारने की पूरी छूट देनी चाहिए। उनकी प्रतिभा को देखते हुए उनकी शैली से मैं स्तब्ध हूं। उनके खिलाड़ी सही हैं लेकिन प्रक्रिया गलत है। आप विपक्षी टीम को पांच ओवर तक सहजता के साथ कैसे खेलने दे सकते हैं?

माइकल वॉन ने भारतीय एकादश में ऑलराउंडर की कमी का उल्लेख करते हुए लिखा, उनके पास गेंदबाजी के पांच ही विकल्प हैं और ऐसा कैसे संभव है जब 10-15 साल पहले उनके बल्लेबाजी क्रम में सभी गेंदबाजी कर लेते थे। सचिन तेंदुलकर, सुरेश रैना, युवराज सिंह और सौरव गांगुली भी उपयोगी गेंदबाज थे। अब कोई बल्लेबाज गेंदबाजी नहीं करता और ऐसे में कप्तान के विकल्प बहुत सीमित होते हैं।

माइकल वॉन ने भारत के चयन और कप्तान रोहित शर्मा की कप्तानी पर भी सवाल उठाए। उन्होंने लिखा, टी20 क्रिकेट के आंकड़े बताते हैं कि ऐसे स्पिनर जो गेंद को दोनों तरफ स्पिन करा सकते हैं वह कितने अहम हैं। भारत लेग स्पिनर से लैस है लेकिन वह कहां हैं? उनके पास एक बाएं हाथ का तेज गेंदबाज है, अर्शदीप सिंह, जो गेंद को दाएं हाथ के बल्लेबाजों के लिए अंदर ला सकता है।

168 के स्कोर के बचाव में वह क्या करते हैं? पहला ओवर भुवनेश्वर कुमार को थमा देते हैं जो गेंद को बाहर निकालते हैं और ऐसे में जॉस बटलर और एलेक्स हेल्स को रूम मिलता है। पहला ओवर बाएं हाथ के गेंदबाज से कराईए और गेंद को अंदर ले आईए ताकि बल्लेबाजों को कोई रूम नहीं मिले और वह तेज शुरूआत नहीं कर सकें।

माइकल वॉन ने आगे लिखा, भारत की सफलता विश्व क्रिकेट के लिए जरूरी है लेकिन सभी संसाधनों के होते हुए उन्हें और मैच जीतने होंगे। 2016 में वह अपनी धरती पर टी20 विश्व कप फाइनल तक नहीं पहुंच पाए। पिछले साल उन्होंने निराश किया।

इस बार भी पाकिस्तान को हराने के लिए टी20 के सर्वकालिक बेहतर बल्लेबाज विराट कोहली की एक अविश्वसनीय पारी की जरूरत पड़ी। अब सच का सामना करना होगा।

माइकल वॉन ने लिखा, हर वैश्विक प्रतियोगिता से पहले सब उनकी गुणवत्ता को बढ़ा चढ़ा कर बोलते हैं। शायद लोगों को डर है कि सोशल मीडिया पर गालियां पड़ेंगी या आगे भारत में काम नहीं मिलेगा।

आप चंद महान खिलाड़ियों के पीछे छिप नहीं सकते क्योंकि इस प्रारूप में आपको एकजुट होकर एक टीम बनकर खेलना पड़ता है। भारत के पास गेंदबाजी के विकल्प कम हैं, उनकी बल्लेबाजी में गहराई नहीं है और उनके स्पिन गेंदबाज चतुराई से बल्लेबाज को नहीं छका रहे।

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Jaswant singh Harsani is news editor of a niharika times news platform