नई दिल्ली, 10 दिसम्बर ()। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस का कहना है कि यह गिरोह बिहार के पूर्वी चंपारण से संचालित किया जा रहा था। एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी।
पुलिस ने कहा कि उन्होंने 60 लाख रुपये के प्लास्टिक पीवीसी पाउडर के 2,000 से अधिक बैग (45,000 किलोग्राम), 11 लाख रुपये के 550 कपड़े के रोल और अन्य सामग्री भी बरामद की है।
आरोपियों की पहचान पूर्वी चंपारण के गांव सुगौली निवासी विकास राम उर्फ राजन (24), अनवर-उल-हक (22), राकेश कुमार साह (22) और गुल आलम (25) के रूप में हुई है।
उनकी गिरफ्तारी से पुलिस ने राष्ट्रीय राजधानी में चोरी के 5 मामले सुलझाने का दावा किया है।
विशेष पुलिस आयुक्त (अपराध) रवींद्र सिंह यादव के अनुसार, पुलिस टीमें स्थानिक पैटर्न और तौर-तरीकों के आधार पर अपराधों का विश्लेषण करने पर काम कर रही थीं।
विशेष पुलिस आयुक्त ने कहा, इस तरह के विश्लेषण के दौरान, यह पता चला कि हाल के महीनों में, गोदामों में चोरी की कुछ घटनाएं हुई हैं, जिनकी कार्यप्रणाली समान है। अपराधों की गंभीरता को देखते हुए इन मामलों पर काम करने के लिए एक पुलिस टीम को लगाया गया था।
अधिकारी ने कहा, बिहार स्थित चोरी गिरोह के एक सदस्य (विकास के रुप में हुई पहचान) के बारे में विशेष इनपुट भी पुलिस टीम को प्राप्त हुआ था और इनपुट पर कार्रवाई करते हुए, सनोठ गांव में एक गोदाम पर छापा मारा। चारों आरोपियों को उस गोदाम से गिरफ्तार किया गया है, जहां पर चोरी का सामान रखा जाता था।
विकास गैंग लीडर है और गोदामों से बड़ी मात्रा में सामान चोरी करने में माहिर है।
अधिकारी ने कहा, विकास और उसके सहयोगी बाहरी इलाकों में गोदामों के इलाकों के आसपास एक बाइक पर रेकी करते थे। वे उन गोदामों को लूटने के लिए चुनते थे जो पर्याप्त सुरक्षित नहीं थे या कई दिनों तक नहीं खोले जाते थे।
अधिकारी ने कहा, फर्जी आईडी पर जारी सिम का इस्तेमाल कर वे गोदाम से चोरी करने के बाद ट्रांसपोर्टरों से संपर्क करते थे और उनसे ट्रक मांगते थे कि वे इन गोदामों से अपने किराए के गोदाम तक माल पहुंचाएं। वहां से वे आगे के माल की ढुलाई के लिए दूसरा ट्रक मंगवाते थे।
पीके/एएनएम