सशस्त्र बल भूतपूर्व सैनिक दिवस के लिए जम्मू-कश्मीर में बड़े पैमाने पर तैयारी

Sabal Singh Bhati
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श्रीनगर, 29 दिसम्बर ()। भारतीय सेना 14 जनवरी को पूर्व वरिष्ठ सैन्य कर्मियों/अधिकारियों को देश के लिए उनकी सेवाओं के सम्मान में श्रद्धांजलि देने के लिए वेटरन्स डे मनाने जा रही है।

सशस्त्र बल भूतपूर्व सैनिक दिवस फील्ड मार्शल केएम करियप्पा द्वारा प्रदान की गई सेवाओं की याद में मनाया जाता है, जो सशस्त्र बलों के पहले भारतीय कमांडर-इन-चीफ हैं, जो 14 जनवरी, 1953 को सेवानिवृत्त हुए थे। यह देश की सेवा करने वाले दिग्गजों के बलिदान का सम्मान करने के लिए मनाया जाता है।

इस संबंध में जम्मू-कश्मीर में दिसंबर के पहले सप्ताह से कार्यक्रमों की एक सीरीज शुरू की गई है। अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं के निकट के क्षेत्रों में 14 जनवरी के पूर्व सैनिक दिवस के उपलक्ष्य में कई कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं, जिनमें बड़ी संख्या में वरिष्ठ नागरिक भाग ले रहे हैं। इन आयोजनों में पूर्व वरिष्ठ सैन्य कर्मियों की दिन-प्रतिदिन की समस्याओं, पेंशन के मुद्दों आदि पर चर्चा की जाती है और उनका समाधान किया जाता है।

पूर्व सैनिकों के मुद्दों को हल करने के लिए सेना ने राजौरी जिले के शहीदगढ़ किले में पूर्व सैनिकों की रैली और चिकित्सा आउटरीच अभियान का आयोजन किया। रैली में दारहाल, नौशेरा और आसपास के इलाकों की आबादी के एक बड़े वर्ग से जुड़े 350 ईएसएम सहित लगभग 550 पूर्व सैनिकों ने भाग लिया।

पूर्व सैनिकों की शिकायतों और मुद्दों का निवारण करने और उन्हें प्रभावित करने वाली विभिन्न राज्य और केंद्र सरकार की नीतियों के बारे में अपडेट जानकारी का प्रसार करने के लिए विभिन्न सुविधा काउंटर स्थापित किए गए थे। इस अवसर पर पूर्व सैनिकों की समस्याओं को हल करने में मदद करने के लिए विभिन्न एजेंसियों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।

केसी/एएनएम

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Sabal Singh Bhati is CEO and chief editor of Niharika Times