रूसी जोड़ी की रहस्यमय मौतों की जांच के लिए ओडिशा पुलिस ने एक और टीम बनाई

Sabal Singh Bhati
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भुवनेश्वर, 29 दिसम्बर ()। ओडिशा पुलिस की क्राइम ब्रांच ने रूस के सॉसेज टाइकून पावेल एंटोव और उनके दोस्त व्लादिमीर बिडेनोव की एक होटल में हुई रहस्यमय मौतों की आगे की जांच के लिए एक और टीम गठित की है और इसे रायगड़ा भेजा है।

क्राइम ब्रांच ने एक बयान में कहा, डीएसपी सरोजकांत महंतो के नेतृत्व में नई टीम को घटनास्थल का दौरा करने, गवाहों की जांच करने, मौके और स्थानीय पुलिस से सबूतों की पहचान करने और इकट्ठा करने और आगे की कार्रवाई करने का जिम्मा सौंपा गया है।

क्राइम ब्रांच ने एंटोव समेत दो रूसी नागरिकों की अचानक एक ही होटल में दो दिनों के अंतराल में हुई मौतों पर उठ रहे सवालों के बीच टीम का गठन किया। ओडिशा पुलिस ने कथित तौर पर दोनों रूसियों के शवों को दफनाने के बजाय उनका अंतिम संस्कार किया। हैरानी की बात यह है कि एंटोव के विसरा के नमूने संरक्षित नहीं किए गए। ओडिशा पुलिस की इस कार्रवाई ने कई लोगों की भौंहें चढ़ा दी हैं।

मीडिया से बात करते हुए, रायगड़ा के मुख्य जिला चिकित्सा अधिकारी (सीडीएमओ) लालमोहन राउत्रे ने कहा कि बिडेनोव के विसरा के नमूनों को परीक्षण के लिए संरक्षित कर लिया गया है, जबकि एंटोव के नमूने नहीं रखे गए थे। विसरा में यकृत, हृदय, प्लीहा, फेफड़े और गुर्दे के नमूने शामिल होते हैं जिन्हें फोरेंसिक परीक्षण के लिए भेजा जाता है जब ऑटोप्सी मृत्यु का स्पष्ट कारण दिखाने में विफल रहता है।

राउत्रे ने कहा कि पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉक्टरों ने एंटोव के विसरा के नमूनों को संरक्षित करना अनावश्यक महसूस किया होगा, क्योंकि उन्हें शायद मौत के कारण की पुष्टि हो गई थी। भारत में रूसी अधिकारियों के माध्यम से उनके परिवार के सदस्यों से अनुमोदन प्राप्त करने के बाद एंटोव और बिडेनोव के शवों का अंतिम संस्कार किया गया। हालांकि, ओडिशा पुलिस ने अभी तक इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है।

ओडिशा के पूर्व डीजीपी संजीव मारिक को रूसी युगल के दाह संस्कार पर ओडिशा पुलिस की ओर से लापरवाही दिखाई देती है। मारीक ने कहा, आमतौर पर रूसी रूढ़िवादी ईसाई हैं। इसलिए, अगर कोई उनके शरीर का दावा नहीं करता है, तो पुलिस को उनके रीति-रिवाजों के अनुसार अंतिम संस्कार करना चाहिए था। ओडिशा के डीजीपी सुनील बंसल ने मीडिया के सामने कोई भी टिप्पणी करने से इनकार करते हुए कहा कि अपराध शाखा (सीबी) की जांच चल रही है।

अपराध शाखा ने अपने बयान में आगे कहा कि उसने मृतक व्यक्तियों के परिवार के सदस्यों के बारे में कुछ जानकारी प्राप्त की है और वह उनसे संपर्क करने की प्रक्रिया में है ताकि पानासेंको नतालिया और तुरोव मिखाइल से पूछताछ के दौरान एकत्र की गई जानकारी की सत्यता की जांच की जा सके, जो एंटोव और बिडेनोव के साथ यात्रा कर रहे थे।

अपराध शाखा की टीम दो रूसी नागरिकों नतालिया और मिखाइल से पूछताछ कर रही है और घटनाओं के सही क्रम का पता लगाने की कोशिश कर रही है। दोनों रूसी पर्यटक पूछताछ में पूरा सहयोग कर रहे हैं। अपराध शाखा ने इंटरप्रेटर जितेंद्र सिंह से भी पूछताछ की और घटनाओं की श्रृंखला की सत्यता का पता लगाने और रूसी नागरिकों से एकत्र की गई जानकारी के साथ उनकी जांच करने की कोशिश की।

पुलिस ने भारत में उनकी यात्रा के संबंध में दस्तावेजों की प्रतियां भी एकत्र कीं। रूसी पर्यटकों के यात्रा कार्यक्रम, विभिन्न होटलों, एयरलाइनों में उनकी बुकिंग और यात्रा विवरणों का सत्यापन किया जा रहा है। ओडिशा पुलिस मृतक व्यक्तियों के मेडिकल रिकॉर्ड एकत्र करने का प्रयास कर रही है। इस बीच, इंटेलिजेंस ब्यूरो के दो अधिकारी रायगड़ा पहुंच गए हैं और घटना की जानकारी जुटा रहे हैं।

गौरतलब है कि बिडेनोव 22 दिसंबर को अपने होटल के कमरे में बेहोशी की हालत में पाए गए थे। जब उन्हें रायगढ़ा अस्पताल ले जाया गया तो डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। भारत में रूसी अधिकारियों की मंजूरी के बाद बिडेनोव के पार्थिव शरीर का 24 दिसंबर को रायगड़ा में अंतिम संस्कार किया गया। एंटोव, जिसे व्लादिमीर पुतिन शासन की विधानसभा का सदस्य बताया जाता है, 24 दिसंबर को उसी होटल में एक निर्माणाधीन साइट पर मृत पाए गए थे। एंटोव के शरीर का 26 दिसंबर को अंतिम संस्कार किया गया था।

पुलिस अभी तक यह पता नहीं लगा पाई है कि एंटोव गलती से होटल की छत से गिर गए, या उसने आत्महत्या की, या दोनों मौतों के पीछे कोई और राज है।

केसी/एएनएम

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Sabal Singh Bhati is CEO and chief editor of Niharika Times