कोविड-19 से संक्रमित युवा महिलाओं में मौत का अंदेशा ज्यादा : शोध

Sabal Singh Bhati

कोविड-19 से संक्रमित युवा महिलाओं में मौत का अंदेशा ज्यादा : शोध नई दिल्ली, 26 जून ()। कोरोना की पहली लहर में भारत में पुरुषों की तुलना में युवा महिलाओं में कोविड 19 के कारण मौत का खतरा अधिक था। खासकर उन महिलाओं को, जो किडनी संबंधित परेशानी (सीकेडी), डायबिटीज, हाइपरटेंशन जैसी बीमारियों से पीड़ित थीं।

दिल्ली के सर गंगा राम अस्पताल की शोधकर्ताओं की एक टीम ने 2,586 कोविड-19 अस्पताल में भर्ती मरीजों पर अध्ययन किया, जिन्हें 8 अप्रैल से 4 अक्टूबर 2020 तक अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

मरीजों को दो श्रेणियों में विभाजित किया गया, पहली श्रेणी में 18-59 वर्ष की आयु के बीच मरीजों को रखा गया और दूसरी श्रेणी में 60 साल से ऊपर के उम्र वाले मरीजों को रखा गया।

टीम ने कोविड संक्रमित अस्पताल में भर्ती मरीजों के पूवार्नुमान और मृत्युदर पर डायबिटीज, हाइपरटेंशन या हाई ब्लड प्रेशर और सीकेडी के संबंध का अवलोकन किया।

जर्नल मॉलिक्यूलर एंड सेल्युलर बायोकेमिस्ट्री में प्रकाशित निष्कर्षो से पता चला है कि सीकेडी के मरीजों में गंभीरता के साथ-साथ मृत्युदर सबसे अधिक होती है, इसके बाद हाईब्लड प्रेशर और डायबिटीज आते हैं।

बुजुर्ग मरीजों की तुलना में, युवा मरीजों में कोविड संक्रमण की गंभीरता के साथ-साथ मृत्युदर बहुत अधिक पाई गई।

कई अध्ययनों से पता चला है कि पुरुषों में महिलाओं की तुलना में संक्रमण का खतरा अधिक होता है।

इस अध्ययन में, कोविड-19 से संक्रमित हुए पुरुष मरीजों की संख्या महिलाओं की संख्या से दोगुनी से भी अधिक थी, लेकिन संक्रमण की गंभीरता और मृत्युदर का जोखिम महिलाओं में अधिक पाया गया।

देश विदेश की तमाम बड़ी खबरों के लिए निहारिका टाइम्स को फॉलो करें। हमें फेसबुक पर लाइक करें और ट्विटर पर फॉलो करें। ताजा खबरों के लिए हमेशा निहारिका टाइम्स पर जाएं।

Share This Article
Sabal Singh Bhati is CEO and chief editor of Niharika Times