राजनीतिक गुंडागर्दी को खत्म करेगी टीडीपी : चंद्रबाबू नायडू

Sabal Singh Bhati
3 Min Read

अमरावती, 4 मार्च ()। तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने शनिवार को कहा कि अगर उनकी पार्टी राज्य में सत्ता में वापस आती है, तो यह राजनीतिक उपद्रव (गुंडागर्दी) को खत्म कर देगी।

यह कहते हुए कि टीडीपी का चरमपंथियों, गुटबाजी और सांप्रदायिक ताकतों को दबाने का रिकॉर्ड रहा है, उन्होंने कहा कि टीडीपी के फिर से सरकार बनने के बाद राजनीतिक गुंडागर्दी निश्चित रूप से दब जाएगी, क्योंकि यह उनके लिए कोई बड़ा मुद्दा नहीं है।

उन्होंने अधिवक्ता समुदाय से वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) सरकार द्वारा सत्ता के दुरुपयोग का ²ढ़ता से विरोध करने का आह्वान किया। टीडीपी के राज्य स्तरीय लीगल सेल को संबोधित करते हुए चंद्रबाबू नायडू ने अधिवक्ताओं से यह सुनिश्चित करने को कहा कि सत्ता पक्ष सत्ता का दुरुपयोग न करे।

टीडीपी सुप्रीमो ने राजनीतिक युद्ध के साथ-साथ वाईएसआरसीपी सरकार की दुष्ट नीतियों के खिलाफ कानूनी लड़ाई छेड़ने की जरूरत महसूस की। यह कहते हुए कि वाईएसआरसीपी सरकार के अत्याचारों को ब्याज सहित चुकाया जाएगा, चंद्रबाबू नायडू ने अधिवक्ता समुदाय से राज्य में तानाशाही शासन को समाप्त करने के लिए पार्टी से हाथ मिलाने का आह्वान किया।

चंद्रबाबू ने वकीलों को आश्वासन दिया कि पार्टी के सत्ता में वापस आने के बाद जो लोग अभी टीडीपी के साथ मजबूती से खड़े हैं, उन्हें सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी। नायडू ने पिछले चार वर्षों से टीडीपी नेताओं और कार्यकर्ताओं को झूठे मुकदमों से बचाने वाले अधिवक्ताओं को धन्यवाद देते हुए कहा कि हर क्षेत्र में अधिवक्ताओं द्वारा निभाई गई भूमिका हमेशा महत्वपूर्ण होती है।

यह कहते हुए कि वह 1978 से राज्य विधान सभा के सदस्य हैं, नायडू ने कहा क िउन्होंने राज्य में इस तरह की स्थिति कभी नहीं देखी। टीडीपी सुप्रीमो ने टिप्पणी की कि वाईएसआरसीपी के अत्याचारी शासन के साथ अधिवक्ताओं को पूर्णकालिक काम मिल रहा है, लेकिन अन्य व्यवस्थाएं पूरी तरह से ध्वस्त हो गई हैं।

चंद्रबाबू ने कहा कि इस सरकार का अत्याचार टीडीपी की राज्य इकाई के अध्यक्ष एटचेन नायडू की गिरफ्तारी के साथ शुरू हुआ था, उन्होंने कहा कि पार्टी कार्यकर्ता अब केवल अधिवक्ताओं द्वारा दी गई सहायता के कारण राज्य सरकार के बर्बर रवैये का ²ढ़ता से विरोध कर रहे हैं।

केसी/

देश विदेश की तमाम बड़ी खबरों के लिए निहारिका टाइम्स को फॉलो करें। हमें फेसबुक पर लाइक करें और ट्विटर पर फॉलो करें। ताजा खबरों के लिए हमेशा निहारिका टाइम्स पर जाएं।

Share This Article
Sabal Singh Bhati is CEO and chief editor of Niharika Times