नई दिल्ली, 26 अप्रैल ()| भारतीय महिला हॉकी टीम की पूर्व कप्तान रानी रामपाल ने बुधवार को यहां जंतर-मंतर पर चल रहे पहलवानों के विरोध पर कुछ कहने से इनकार कर दिया।
रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (डब्ल्यूएफआई) के बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ कथित आरोपों पर इस साल जनवरी में किए गए शुरुआती विरोध के बाद पहलवानों की कोई शिकायत नहीं होने के बाद चल रहा विरोध शुरू हो गया था।
जब ने रानी रामपाल से पूछा कि क्या उन्होंने सोचा था कि एक समय ऐसा आएगा जब महिला पहलवानों को विरोध में बैठना होगा, तो उन्होंने जवाब दिया, “जीवन बहुत अनिश्चित है, कोई नहीं सोचता कि ऐसा दिन भी आ सकता है”।
आगे उनकी प्रतिक्रिया के बारे में पूछे जाने पर रानी ने चुप्पी साध ली।
रविवार को बजरंग पुनिया, विनेश और साक्षी मलिक सहित देश के शीर्ष पहलवान प्रदर्शन स्थल जंतर मंतर पर लौट आए और डब्ल्यूएफआई प्रमुख के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की।
वे यह भी मांग कर रहे हैं कि सरकार को बृजभूषण के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच करने वाले निरीक्षण पैनल के निष्कर्षों को सार्वजनिक करना चाहिए।
सीएस/एके