जयपुर। स्क्रीनिंग बढ़ने के साथ जेनेटिक बीमारियों की पहचान भी अधिक होने लगी है और इनमें कई बीमारियां ऐसी होती हैं जो ठीक हो सकती हैं। ऐसे ही बीमारियों के इलाज की नवीनतम तकनीकों को साझा करने के लिए जयपुर में एक दिवसीय नेशनल कांफ्रेंस का आयोजन किया जा रहा है जिसमें एक्सपर्ट्स जानकारी साझा करेंगे। शनिवार को नेशनल कॉन्फ्रेंस “जेनेटिक एंड मेटाबॉलिक मिरेकल्स : अनलॉकिंग ट्रीटेबल डिसऑर्डर्स” आयोजित होने जा रही है। इंडियन सोसायटी फॉर इनबॉर्न एरर्स ऑफ मेटाबॉलिज़्म (आईएसआईईएम) जयपुर चैप्टर, आईएपी जयपुर ब्रांच और एन एन एफ, राजस्थान के संयुक्त तत्वावधान में होगा। ऑर्गेनाइजिंग चेयरमैन डॉ. जे.के. मित्तल ने बताया कि यह कॉन्फ़्रेंस जेनेटिक और मेटाबॉलिक बीमारियों के इलाज में नए आयाम खोलने का एक मंच बनेगी।
इसमें देशभर से ख्यातनाम जेनेटिसिस्ट और मेटाबॉलिक विशेषज्ञ शिरकत करेंगे। ऑर्गेनाइजिंग सेक्रेटरी डॉ. प्रियांशु माथुर ने बताया कि इस कॉन्फ़्रेंस में जेनेटिक काउंसलिंग, मेटाबॉलिक डिसऑर्डर्स की अर्ली स्क्रीनिंग, ट्रीटेबल डिसऑर्डर्स का आधुनिक प्रबंधन, पीडियाट्रिक केयर में नई चुनौतियाँ और मरीजों की जीवन-गुणवत्ता सुधारने वाले क्लीनिकल अपडेट्स जैसे विषयों पर विशेष सत्र होंगे। ट्रेजरार डॉ. लोकेश अग्रवाल ने जानकारी दी कि इस अवसर पर देशभर से कई वरिष्ठ स्पीकर्स आमंत्रित किए गए हैं, जो जेनेटिक और मेटाबॉलिक रोगों की सही पहचान, समय पर निदान और प्रभावी इलाज पर अपने अनुभव साझा करेंगे। साथ ही, पैनल डिस्कशन में बेस्ट प्रैक्टिसेज और मरीज-केंद्रित दृष्टिकोण पर गहन विचार-विमर्श होगा।