जयपुर। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने प्रदेश के महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों के विकास के लिए बनाई जाने वाली डीपीआर में कार्य से संबंधित सभी पहलुओं को शामिल करने और कार्य की प्रगति के लिए हर तीन माह में मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पर्यटन क्षेत्र में स्थानीय व विदेशी पर्यटकों की संख्या में निरंतर बढ़ोतरी से हमारा राजस्थान देश में अग्रणी राज्य बन रहा है। सीएम शुक्रवार को सीएमओ में पर्यटन व कला एवं संस्कृति विभाग की बजट एवं अन्य घोषणाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने पुष्कर में ब्रह्मा मंदिर कॉरिडोर एवं घाटों का विकास कार्ययोजना के आधार पर करने के निर्देश दिए।
साथ ही ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए चिन्हित स्थानों पर विकास कार्यों की डीपीआर तैयार करने के भी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में वाटर एवं डेजर्ट एडवेंचर एक्टिविटीज को बढ़ावा देने के लिए शीघ्र गाइडलाईन तैयार की जाए तथा वेडिंग डेस्टिनेशन को नई ऊंचाइयां देने के लिए प्रदेश के समृद्ध स्थलों को विकसित किया जाए। ट्राइबल टूरिस्ट सर्किट हो विकसित। शर्मा ने अधिकारियों को उदयपुर व जोधपुर में ट्रेवल मार्ट के आयोजन की रूपरेखा बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने बेणेश्वर धाम, रामेश्वर घाट एवं बीगोद संगम को त्रिवेणी संगम के रूप में एवं प्रदेश में जनजातीय क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए ट्राइबल टूरिस्ट सर्किट विकसित करने के निर्देश दिए।
पर्यटन व कला एवं संस्कृति विभाग की ओर से प्रदेश में डेढ़ वर्ष में पर्यटन स्थलों पर किए गए विकास कार्यों पर आधारित वीडियो डॉक्यूमेंट्री का प्रदर्शन किया गया। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी भी मौजूद रही।