भाजपा के दोहरे चरित्र को हाईकोर्ट के फैसले ने किया उजागर: गहलोत

Tina Chouhan

जयपुर। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एसआई भर्ती परीक्षा से संबंधित हाईकोर्ट के निर्णय पर सरकार और बीजेपी को घेरते हुए कहा कि इस फैसले ने भाजपा के दोहरे चरित्र को उजागर कर दिया है। गहलोत ने आरोप लगाया कि भाजपा जनता के बीच परीक्षा रद्द करने की बात करती है, जबकि कोर्ट में कहती है कि परीक्षा रद्द नहीं होनी चाहिए। कांग्रेस कार्यालय में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार के समय रीट परीक्षा का पेपर लीक हुआ था, जिससे पूरी परीक्षा रद्द करवाई गई थी।

गहलोत ने कृषि मंत्री किरोड़ी मीणा और हनुमान बेनीवाल पर तंज कसते हुए कहा कि नेता टीवी पर झगड़ते हैं, इससे जनता क्या सोचेगी। उन्होंने बताया कि पेपर लीक के खिलाफ कांग्रेस सरकार ने सबसे सख्त कानून बनाया था, जिसमें उम्रकैद और 10 करोड़ रुपए जुर्माना तक का प्रावधान है। साथ ही दोषियों की संपत्ति कुर्क करने की व्यवस्था की गई। गहलोत ने कहा कि बाबूलाल कटारा को भी कांग्रेस सरकार ने पद पर रहते हुए गिरफ्तार किया था, यह संदेश देने के लिए कि आरोपी चाहे किसी भी स्तर का हो, उसे बख्शा नहीं जाएगा।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस शासनकाल में एसओजी में एंटी चीटिंग सेल बनाई गई, जिसने सैकड़ों लोगों को जेल भेजा। गहलोत ने बेरोजगारी को पेपर लीक का बड़ा कारण बताया और कहा कि इस पर राजनीति न होकर पक्ष-विपक्ष को मिलकर ठोस कदम उठाने चाहिए।

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