उदयपुर। अनंत चतुदर्शी पर हुई बारिश ने उदयपुर को एक झील में बदल दिया। शहर की झीलें छलकीं और सभी गेट खोलने पड़े। आयड़ नदी उफान पर आ गई और इसका पानी कॉलोनियों में भर गया। नदी का वेग इतना बढ़ गया कि चारों पुलों पर आवाजाही रोकनी पड़ी। शहरवासी नदी के उग्र रूप को देखकर चौंक गए। कॉलोनी के पहले तल में पानी भरने से लोग दूसरी मंजिलों और छतों पर शरण लेने को मजबूर हुए। जिला प्रशासन ने एसडीआरएफ को बुलाया, जिन्होंने विभिन्न स्थानों पर रेस्क्यू किया।
मदार तालाब से बहने वाले पानी ने आयड़ के उफान को और बढ़ा दिया। मदार पुलिया पर अधिक बहाव से गांव का संपर्क कट गया। एफसीआई गोदाम के पास एक व्यक्ति चट्टान पर फंसा रहा, जिसे सिविल डिफेंस की टीम ने सुरक्षित निकाला। आयड़ में पानी आने से आलू फैक्ट्री और करजाली हाउस के आसपास की बस्तियां जलमग्न हो गईं। लोग छतों पर चढ़ गए और कई वाहन भी डूब गए। आयड़ स्थित कब्रिस्तान के बाहर पानी जमा हो गया। मदार पुलिया पर डेढ़ फीट पानी होने से मदार गांव का संपर्क भी कट गया।
विधायक ने एक कॉलेज की बस को धक्का देकर बाहर निकाला, जिसमें 30 विद्यार्थी सवार थे। सेवाश्रम पुलिया अंडरपास पर भी पानी भर गया, जिससे उपनगरीय क्षेत्र का संपर्क कट गया। जिला प्रशासन ने भारी बारिश की संभावना के चलते स्कूलों में अवकाश घोषित किया। कई बच्चे स्कूल पहुंच चुके थे और अभिभावक उन्हें वापस लेने के लिए आए। बेदला नई पुलिया पर भी बहाव होने से कई वाहन डूब गए। अहिंसापुरी-नवरत्न और पंचरत्न कॉम्पलेक्स के बाहर पानी जमा हो गया।