भारत और पाकिस्तान के बीच हुए युद्धों में हमने सेना के शौर्य की अनेक गाथाएं सुनी हैं, लेकिन 1965 में हुए युद्ध में 17 रेल कर्मचारियों ने भी अपनी शहादत दी थी। देश की पश्चिमी सीमा पर बाड़मेर जिले के गहरारोड में हर साल 9 सितंबर को इन शहीदों की याद में मेला भरता है।