जयपुर। परिवहन विभाग ने ई-डिटेक्शन सिस्टम के माध्यम से चालान की प्रक्रिया को तेज कर दिया है। टोल रिकॉर्ड और एनआईसी के सॉफ्टवेयर के आधार पर स्वचालित चालान जारी किए जा रहे हैं। चालान तब काटे जा रहे हैं जब परिवहन वाहनों का बीमा, आरसी, पीयूसीसी या फिटनेस सर्टिफिकेट नहीं होता है। विभागीय आंकड़ों के अनुसार, अब तक प्रदेशभर में 2,36,551 वाहनों पर चालान किए जा चुके हैं। इन चालानों की कुल राशि 135.03 करोड़ रुपए तक पहुंच गई है, जबकि अब तक केवल 1.17 करोड़ रुपए ही जमा हुए हैं।
2,877 वाहन मालिकों ने अपने चालान का निपटारा किया है। चालानों के संबंध में वाहन मालिकों ने 579 शिकायतें भी दर्ज करवाई हैं। इनमें से परिवहन विभाग ने 444 शिकायतों का समाधान कर दिया है। 307 शिकायतों को सही मानकर चालान समाप्त किए गए, जबकि 137 शिकायतों को विभाग ने गलत पाया है।


