तखतगढ़ में विजयादशमी के पर्व पर नगर पालिका द्वारा आयोजित रावण दहन कार्यक्रम उत्साह और धार्मिक आस्था के साथ मनाया गया। ढोल-थाली और नगाड़ों की गूंज के बीच मेघनाथ, कुंभकर्ण और रावण के विशालकाय पुतलों का दहन कर बुराई पर अच्छाई की विजय का संदेश दिया गया। शोभायात्रा ने उत्सव का आकर्षण बढ़ाया, जिसमें श्री चारभुजा ठाकुरजी मंदिर से प्रभु श्रीराम, लक्ष्मण, हनुमान और वानर सेना की शोभायात्रा धूमधाम से निकली। यह शोभायात्रा नगर के मुख्य बाजार से होते हुए रावण चौक पहुंची, जहां भक्तों ने जयघोष किया। बच्चों ने वानर रूप धारण कर उत्सव की शोभा को और बढ़ाया।
रावण दहन कार्यक्रम में नगर पालिका अध्यक्ष ललित रांकावत, कार्यकारी अधिकारी मगराज चौधरी, थानाधिकारी प्रवीण कुमार आचार्य और अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे। सभी अतिथियों का स्वागत माल्यार्पण और साफा पहनाकर किया गया। रावण दहन की औपचारिक शुरुआत के बाद रंग-बिरंगी आतिशबाजी के बीच प्रभु श्रीराम ने रावण का दहन किया। आग की लपटों के साथ रावण, मेघनाथ और कुंभकर्ण के पुतले धधक उठे और वातावरण ‘जय श्रीराम’ के नारों से गूंज उठा। हालांकि, इस वर्ष आतिशबाजी पिछले वर्षों की तुलना में उतनी भव्य नहीं थी, जिससे नगरवासियों में कुछ निराशा भी दिखाई दी।
विजयदशमी का पर्व बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है, जब भगवान श्रीराम ने लंका के राजा रावण का वध कर धर्म, सत्य और न्याय की स्थापना की थी।