जयपुर। राजस्थान में 11 नवंबर को होने वाले बारां जिले के अंता विधानसभा उपचुनाव के लिए गतिविधियाँ तेज़ हो गई हैं। इस सीट पर अब तक चार बार हुए चुनाव में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और विपक्षी कांग्रेस दोनों ने दो-दो बार जीत हासिल की है। हाल ही में कांग्रेस ने अपना उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतारा है, जिसमें पूर्व मंत्री प्रमोद जैन भाया को फिर से मौका दिया गया है, जबकि भाजपा अभी अपने उम्मीदवार के नाम पर विचार कर रही है। भाजपा और अन्य राजनीतिक पार्टियों के पत्ते खोलने के बाद चुनावी गतिविधियाँ और बढ़ जाएंगी।
भाया, जिन्हें टिकट मिलने के बाद अपने चुनावी कार्यक्रम में जुट गए हैं, तीन बार विधायक चुने जा चुके हैं और दो बार मंत्री रह चुके हैं। उन्होंने 2003 में बारां विधानसभा से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में पहली बार विधायक बने और 2008 में अंता विधानसभा से कांग्रेस के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा। उनके चुनाव जीतने पर अशोक गहलोत सरकार में सार्वजनिक निर्माण मंत्री बनाया गया।
राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवीन महाजन के अनुसार, अंता विधानसभा उपचुनाव-2025 में दो लाख 27 हजार से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे, जिसमें एक लाख 16 हजार 405 पुरुष और एक लाख 11 हजार 154 महिलाएँ शामिल हैं। उपचुनाव के लिए 268 मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं, जिनमें 1170 दिव्यांग और 39 सर्विस मतदाता शामिल हैं। इसके अलावा, 1013 ऐसे मतदाता हैं जिनकी उम्र 85 वर्ष से अधिक है जबकि 8450 मतदाता पहली बार मतदान करेंगे। महाजन ने बताया कि मतदान केंद्रों की संख्या में पुनर्गठन के बाद 21 का इजाफा हुआ है।
इस बार मतदाताओं को फोन रखने की समस्या को ध्यान में रखते हुए नवाचार किया गया है, जिसमें मतदान केंद्र पर मतदाता मतदान से पहले अपना फोन सुरक्षित रख सकेंगे। उपचुनाव की अधिसूचना 13 अक्टूबर को जारी होगी और नामांकन पत्र दाखिल करने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। 21 अक्टूबर तक नामांकन पत्र जमा कराने की अंतिम तिथि है। नामांकन पत्रों की संवीक्षा 23 अक्टूबर को की जाएगी और 27 अक्टूबर तक नामांकन पत्र वापस लिए जा सकेंगे। मतगणना 14 नवंबर को होगी।