लॉरेंस गैंग के मुख्य गुर्गे अमित शर्मा की अमेरिका में गिरफ्तारी

Tina Chouhan

जयपुर। लॉरेंस विश्नोई, रोहित गोदारा और गोल्डी बराड़ गैंग के लिए विदेशों में फाइनेंस तथा ड्रग का नेटवर्क चलाने वाले बदमाश अमित शर्मा को एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) की सूचना पर 7 अक्टूबर को अमेरिका के केलीफोर्निया स्थित सेकरामेंटो शहर में गिरफ्तार कर लिया गया। यह विदेश में चौथी गिरफ्तारी है। इससे पहले गैंग से जुडे़ अमरजीत विश्नोई और उसकी महिला मित्र सुधाकंवर को इटली में और दुबई से आदित्य जैन को भारत लाया गया। एजीटीएफ की टीम लगातार एक साल से इस बदमाश का पीछा कर रही थी।

इससे पूछताछ में लॉरेंस गैंग के बारे में कई अहम खुलासे होने की संभावना है। एजीटीएफ के एडीजी दिनेश एमएन ने बताया कि एजीटीएफ और सीबीआई (इंटरपोल ब्रांच) और एफबीआई के संयुक्त प्रयास से अमित शर्मा उर्फ जैक पण्डित को अमेरिकी एजेंसियों ने डिटेन कर लिया है। भारत में कई संगीन मामलों में वांछित यह अपराधी वर्तमान में रोहित गोदारा-गोल्डी बराड़ गैंग के लिए विदेशों में फाइनेंस, हवाला, ड्रग्स और फर्जी दस्तावेज तैयार करने जैसे आपराधिक कार्यों में लिप्त था। अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क संभाल रहा था जैक पण्डित।

एडीजी एमएन ने बताया कि जैक पण्डित निवासी मटीली राठान श्रीगंगानगर भारत से फरार होकर दुबई, स्पेन होते हुए अमेरिका पहुंचा। वह अमेरिका में बैठकर लॉरेंस विश्नोई समेत अन्य गैंगस्टरों का संचालन कर रहा था। वह एक्स्टॉर्शन मनी को विदेशों में रिसीव करता था और उसे हवाला व अन्य माध्यमों से भारत भेजता था। एजीटीएफ को लम्बे समय से अमित की विदेश में गतिविधियों की सूचना मिल रही थी। श्रीगंगानगर की पुलिस अधीक्षक अमृता दुहान की ओर से लगातार इस अपराधी की जानकारी जुटाई जा रही थी।

इसके अमेरिका में होने की पुष्टि के बाद सीबीआई इंटरपोल ब्रांच के माध्यम से रेड कॉर्नर नोटिस और अन्य दस्तावेज अमेरिकी एजेंसियों को भेजे गए। इस पर अमेरिकी एजेंसियों ने उसे डिटेन कर कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है। इस कार्रवाई में एएसपी नरोत्तम वर्मा और सिद्धांत शर्मा की अहम भूमिका रही। विदेश में रहते हुए अमित शर्मा ने अपनी पहचान छुपाने के लिए जैक, सुल्तान, डॉक्टर, पण्डित जी और अर्पित जैसे उपनामों का प्रयोग किया। गैंग के सदस्य भी इस बात का विशेष ध्यान रखते थे कि उसका असली नाम कभी सामने न आए।

अमित पण्डित के खिलाफ पूर्व से रेड कॉर्नर नोटिस जारी है। अब भारत सरकार, अमेरिकी एजेंसियों के साथ मिलकर उसे भारत लाने की प्रक्रिया शुरू कर चुकी है। जैक पण्डित को भारत लाकर उससे संगठित अपराध, अवैध फाइनेंस, हथियार तस्करी, फर्जी दस्तावेज और ड्रग्स तस्करी जैसे मामलों में गहन पूछताछ की जाएगी।

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