भारत की ऊर्जा नीति: उपभोक्ताओं के हितों की सुरक्षा प्राथमिकता

Sabal SIngh Bhati
By Sabal SIngh Bhati - Editor

नई दिल्ली। रूस से तेल आयात बंद करने के अमेरिकी दबावों के बीच भारत ने अपने रूख को एक बार फिर स्पष्ट करते हुए कहा है कि अस्थिर ऊर्जा परिद्दश्य में भारतीय उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा करना उसकी निरंतर प्राथमिकता रही है और देश की आयात नीति इसी उद्देश्य को पूरा करने पर आधारित हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने अमेरिका से तेल आयात पर भी स्थिति स्पष्ट की और कहा कि भारत तेल और गैस का एक महत्वपूर्ण आयातक है।

उन्होंने कहा कि अमेरिका के मौजूदा प्रशासन ने भारत के साथ ऊर्जा सहयोग को गहरा करने में रुचि दिखाई है और इस पर चर्चा जारी है। जायसवाल ने एक वक्तव्य में कहा- भारत तेल और गैस का एक महत्वपूर्ण आयातक है। अस्थिर ऊर्जा परिद्दश्य में भारतीय उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा करना हमारी निरंतर प्राथमिकता रही है। हमारी आयात नीतियाँ पूरी तरह इसी उद्देश्य से निर्देशित होती हैं। रणधीर जायसवाल ने कहा कि स्थिर ऊर्जा मूल्य और सुरक्षित आपूर्ति सुनिश्चित करना भारत की ऊर्जा नीति के दोहरे लक्ष्य रहे हैं।

इसमें ऊर्जा स्रोतों का व्यापक आधार बनाना और बाजार की स्थितियों के अनुरूप विविधीकरण करना शामिल है। अमेरिका से तेल आयात के संबंध में उन्होंने कहा- जहां तक अमेरिका का संबंध है, हम कई वर्षों से अपनी ऊर्जा खरीद का विस्तार करने का प्रयास कर रहे हैं। पिछले दशक में इसमें लगातार प्रगति हुई है। वर्तमान प्रशासन ने भारत के साथ ऊर्जा सहयोग को गहरा करने में रुचि दिखाई है। इस पर चर्चा जारी है।

Share This Article