करियर की शुरुआत में इन 4 गलतियों से बचें

vikram singh Bhati

कॉलेज खत्म होते ही जब पहली जॉब का ऑफर लेटर हाथ में आता है, तो दिल में एक अलग ही जोश होता है। जिंदगी के नए सफर की शुरुआत, अपने पैरों पर खड़ा होने का सपना और काम के जरिए अपनी पहचान बनाने का जूनून यह सब कुछ बेहद रोमांचक लगता है। लेकिन इस नए सफर में सिर्फ उत्साह ही नहीं, थोड़ी-सी घबराहट भी साथ होती है। कई बार यह डर और अनुभव की कमी हमें कुछ ऐसी गलतियां करने पर मजबूर कर देती है, जो धीरे-धीरे हमारे करियर ग्रोथ को रोक देती हैं।

ये गलतियां देखने में भले ही मामूली लगें, लेकिन इनका असर बहुत गहरा होता है। इसलिए अगर आप करियर की शुरुआत कर रही हैं या जल्द करने वाली हैं, तो इन गलतियों को जरूर समझें और उनसे बचें। स्किल्स को अपडेट न करना अक्सर फ्रेशर्स को लगता है कि कॉलेज की डिग्री ही सब कुछ है। लेकिन आज के वक्त में सिर्फ डिग्री नहीं, बल्कि स्किल्स का अपग्रेडेशन ही सफलता की असली चाबी है। हर इंडस्ट्री में बदलाव तेजी से हो रहे हैं, चाहे वह टेक्नोलॉजी का क्षेत्र हो, मार्केटिंग का या मीडिया का।

अगर आप नए टूल्स, ट्रेंड्स और टेक्निक्स से अपडेट नहीं रहेंगी, तो जल्द ही रेस में पीछे रह जाएंगी। क्या करें हर महीने कोई एक नया कोर्स या सर्टिफिकेशन करें। YouTube ट्यूटोरियल्स जैसे प्लेटफॉर्म से सीखें। इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स के वेबिनार या वर्कशॉप में भाग लें। याद रखें, सीखना कभी बंद न करें। जितना ज्यादा अपडेटेड रहेंगी, उतने ही बेहतर अवसर आपके सामने आएंगे। नेटवर्किंग को नजरअंदाज करना कई फ्रेशर्स सोचती हैं कि मेरा काम ही मेरी पहचान है। लेकिन सच्चाई यह है कि नेटवर्किंग किसी भी प्रोफेशन में सफलता की रीढ़ होती है।

सिर्फ अपने डेस्क तक सीमित रहना और ऑफिस के लोगों से बात न करना आपको पीछे कर सकता है। एक सही नेटवर्किंग आपको बेहतर अवसर, नई जानकारियां और करियर में ग्रोथ का रास्ता देती है। क्या करें अपने क्षेत्र से जुड़े लोगों से LinkedIn पर जुड़ें। टीम मीटिंग्स, वर्कशॉप या कंपनी इवेंट्स में एक्टिव रहें। इंडस्ट्री ग्रुप्स या ऑनलाइन फोरम्स में हिस्सा लें। फीडबैक को पर्सनल लेना पहली जॉब में जब बॉस या सीनियर कोई फीडबैक देते हैं, तो अक्सर फ्रेशर्स इसे आलोचना समझ लेते हैं। उन्हें लगता है कि उनकी मेहनत को नजरअंदाज किया जा रहा है।

लेकिन असल में फीडबैक सुधार का मौका होता है, न कि जजमेंट का। हर व्यक्ति शुरुआत में गलतियां करता है, लेकिन जो लोग फीडबैक को सीखने का जरिया बनाते हैं, वही आगे बढ़ते हैं। क्या करें सीनियर्स की बात ध्यान से सुनें और नोट करें। अगर कुछ समझ न आए, तो विनम्रता से पूछें। फीडबैक के बाद खुद को सुधारने की कोशिश करें। फीडबैक को फ्री कोचिंग की तरह लें, न कि इगो का मुद्दा। शॉर्ट-टर्म सोच रखना अक्सर फ्रेशर्स सिर्फ सैलरी पर ध्यान देती हैं। उन्हें लगता है कि ज्यादा पैसे वाली जॉब ही सबसे अच्छी है।

लेकिन शुरुआती सालों में फोकस सीखने और एक्सपीरियंस पर होना चाहिए। हर जॉब आपको कुछ सिखाती है, चाहे वो टाइम मैनेजमेंट हो, टीमवर्क हो या क्लाइंट हैंडलिंग। अगर आप सिर्फ पैसे के पीछे भागेंगी, तो करियर ग्रोथ सीमित रह जाएगी। क्या करें: शुरुआती जॉब को सीखने की जगह समझें। जो भी काम मिले, उसमें बेस्ट दें। लॉन्ग-टर्म करियर गोल्स बनाएं और हर साल उन्हें रिव्यू करें।

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Vikram Singh Bhati is author of Niharika Times web portal