इंदौर: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इंदौर को एक बड़ी सौगात दी है। उन्होंने सोमवार को तलावली चांदा क्षेत्र में 8 करोड़ 30 लाख रुपये की लागत से तैयार हुई आधुनिक फूड एंड ड्रग लैब का लोकार्पण किया। इस लैब के शुरू होने से अब खाद्य पदार्थों और दवाओं के नमूनों की जांच स्थानीय स्तर पर ही हो सकेगी, जिससे जांच प्रक्रिया में तेजी आएगी। इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के साथ प्रदेश के वरिष्ठ मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट, समेत कई जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।
बता दें अब तक इंदौर और आसपास के इलाकों से लिए गए सैंपल जांच के लिए भोपाल भेजे जाते थे, जिसमें काफी समय लगता था। मिलावट करने वालों को सख्त संदेश लैब का उद्घाटन करते हुए मुख्यमंत्री मोहन यादव ने मिलावट करने वालों को कड़े शब्दों में चेतावनी दी। उन्होंने कहा, “जो लोग मिलावटखोरी करते हैं, वे अपनी हरकतों से बाज आ जाएं, वरना सरकार ऐसी सख्त कार्रवाई करेगी जिसे लोग याद रखेंगे।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि मिलावट को रोकने के लिए अच्छा काम करने वाले आम नागरिकों और अधिकारियों को सम्मानित और प्रोत्साहित किया जाएगा।
ग्वालियर और जबलपुर को भी मिलेगी सौगात मुख्यमंत्री ने प्रदेश में खाद्य सुरक्षा और औषधि नियंत्रण को और मजबूत करने की सरकार की योजना पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने घोषणा की कि इंदौर के बाद जल्द ही ग्वालियर और जबलपुर में भी इसी तरह की अत्याधुनिक फूड एंड ड्रग लैब स्थापित की जाएंगी। इस कदम से पूरे प्रदेश में जांच का नेटवर्क और भी सशक्त होगा। अपने इंदौर प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री यादव कई अन्य कार्यक्रमों में भी शामिल हुए।


