कोटा। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने राजस्थान के कोटा और बून्दी जिलों में हो रही बेमौसम बारिश से किसानों की फसलों को हुए नुकसान और कृषि उपज मंडियों में खुले में रखे अनाज के भीगने की घटनाओं पर गंभीर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने फसल खराबे की स्थिति पर अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं। बिरला ने दोनों जिलों के जिला कलेक्टरों को निर्देश दिए हैं कि मंडियों में रखी किसानों की उपज को सुरक्षित रखने के लिए तुरंत ठोस कदम उठाए जाएं।
उन्होंने कहा कि उपज को पानी से बचाने के लिए मंडियों में पर्याप्त तिरपाल, शेड और ड्रेनेज व्यवस्था सुनिश्चित की जाए, साथ ही किसानों को हरसंभव सहायता और सहयोग प्रदान किया जाए। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि मौसम की स्थिति पर लगातार नजर रखी जाए और जहाँ भी मंडियों या भंडारण स्थलों पर फसलें खुले में पड़ी हों, वहाँ अस्थायी सुरक्षा इंतजाम तुरंत किए जाएं।
बिरला ने यह भी निर्देश दिए कि किसानों को नुकसान से बचाने के लिए, यदि आवश्यक हो, तो मंडियों में खरीद प्रक्रिया पर कुछ समय के लिए रोक लगाई जाए ताकि किसान खराब मौसम में अपनी उपज लेकर मंडी न पहुँचें। बिरला ने कहा कि किसानों की मेहनत और उनकी उपज की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने जिला प्रशासन को निर्देश दिए कि कृषि विभाग, विपणन बोर्ड और मंडी समितियों के साथ समन्वय करके राहत और सुरक्षा की प्रभावी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए, ताकि किसानों को खराब मौसम के कारण किसी प्रकार की आर्थिक हानि न हो।
उन्होंने यह भी कहा कि यदि किसानों को किसी प्रकार की परेशानी होती है या उनकी उपज को नुकसान पहुँचता है, तो उसकी जिम्मेदारी मंडी समितियों की तय की जाएगी। बिरला ने अधिकारियों से यह भी कहा कि मौसम विभाग की चेतावनियों और पूर्वानुमानों को गंभीरता से लेते हुए ऐसी परिस्थितियों में पहले से आवश्यक तैयारियाँ सुनिश्चित की जाएं।


