नई दिल्ली। बढ़ते प्रदूषण से राहत दिलाने के लिए 2 बार क्लाउड सीडिंग की गई। आईआईटी कानपुर की टीम ने दिल्ली सरकार के सहयोग से विमान के जरिए आसमान में केमिकल का छिड़काव किया। आईआईटी कानपुर के डायरेक्टर मनिंदर अग्रवाल ने बताया कि इस प्रयोग में इस्तेमाल किए गए केमिकल में 20% सिल्वर आयोडाइड और बाकी हिस्सा रॉक सॉल्ट व सामान्य नमक का है। बारिश न होने पर उन्होंने कहा कि बादलों में नमी केवल 15–20% थी, जो कृत्रिम बारिश के लिए पर्याप्त नहीं है। हालांकि टीम को उम्मीद है कि आगे के ट्रायल सफल रहेंगे।
अग्रवाल ने माना कि क्लाउड सीडिंग कोई स्थायी समाधान नहीं, बल्कि आपातकालीन उपाय है। प्रदूषण से स्थायी राहत का तरीका केवल उसके स्रोतों को नियंत्रित करना ही है।


