हिमाचल प्रदेश की महिलाओं के लिए एक महत्वपूर्ण राहत की सूचना आई है। प्रधानमंत्री उज्जवला योजना, जिसे दिसंबर 2023 में बंद कर दिया गया था, अब राज्य में फिर से शुरू कर दी गई है। इस योजना के अंतर्गत पात्र गरीब महिलाओं को मुफ्त एलपीजी गैस कनेक्शन और चूल्हा प्रदान किया जाएगा। इससे उन्हें मिट्टी के चूल्हे से मुक्ति मिलेगी और रसोई में धुएं से होने वाली समस्याओं से राहत मिलेगी। केंद्र सरकार ने इस योजना को पुनः शुरू करने का निर्णय ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों की महिलाओं को स्वच्छ ईंधन उपलब्ध कराने के उद्देश्य से लिया है।
योजना का मुख्य उद्देश्य खाना पकाने में जीवाश्म ईंधन के स्थान पर एलपीजी गैस का उपयोग बढ़ावा देना है। इसके साथ ही, सरकार गैस की बढ़ती कीमतों को देखते हुए उज्जवला योजना के लाभार्थियों को प्रति सिलेंडर 339 रुपये की सब्सिडी भी प्रदान कर रही है। साईं इंडेन गैस सर्विसेज भोरंज के एमडी अजय चंदेल ने बताया कि उज्जवला योजना अब हिमाचल में फिर से सक्रिय हो गई है।
उन्होंने पात्र महिलाओं से अनुरोध किया कि वे अपने पंचायत घर में जाकर योजना के फार्म जल्द से जल्द भरें, ताकि उन्हें भी मुफ्त गैस सिलेंडर और चूल्हे का लाभ मिल सके। आवेदन करने के लिए कुछ पात्रता शर्तें भी निर्धारित की गई हैं। आवेदन करने वाली महिला व्यस्क होनी चाहिए, और उसके परिवार में कोई भी आयकरदाता या सरकारी कर्मचारी नहीं होना चाहिए। इसके अलावा, महिला के पास ढाई एकड़ से अधिक सिंचित भूमि या पांच एकड़ से अधिक असिंचित भूमि नहीं होनी चाहिए।
परिवार के पास थ्री व्हीलर या फोर व्हीलर वाहन नहीं होना चाहिए, और महिला के नाम पर पहले से कोई गैस कनेक्शन भी नहीं होना चाहिए। उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री उज्जवला योजना का शुभारंभ 1 मई 2016 को किया गया था। इस योजना ने अब तक करोड़ों ग्रामीण महिलाओं को धुएं रहित रसोई का लाभ दिया है। दिसंबर 2023 में हिमाचल में इसे अस्थायी रूप से रोक दिया गया था, लेकिन अब केंद्र सरकार के नए निर्णय से प्रदेश की हजारों गरीब महिलाओं को फिर से इसका लाभ मिल सकेगा।


