झुंझुनू। राजस्थान के झुंझुनू जिले में सबसे अधिक सैनिक सेना में सेवा कर रहे हैं, इसलिए इसे सैनिकों का जिला कहा जाता है। इस जिले ने सेना में शहादत के मामले में भी प्रमुखता हासिल की है। मंगलवार का दिन झुंझुनू जिले के नागरिकों के लिए गर्व का अवसर था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पैदल सेना दिवस के मौके पर अपने आधिकारिक एक्स पोस्ट में जिले के जसरापुर क्षेत्र के ढाणी बाढ़ान गांव के लेफ्टिनेंट यशवर्धन सिंह की तस्वीर साझा की। इस सम्मान से पूरे गांव में गर्व की लहर दौड़ गई। लेफ्टिनेंट यशवर्धन सिंह वीरेंद्र सिंह के पुत्र हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने पोस्ट में लिखा, “पैदल सेना दिवस पर हम पैदल सेना के अटूट शौर्य और समर्पण का सम्मान करते हैं। हमारे राष्ट्र की रक्षा के लिए उनकी प्रतिबद्धता शक्ति और बलिदान की मिसाल है। प्रत्येक सैनिक वीरता और सेवा के सर्वोच्च आदर्शों का प्रतीक है, जो प्रत्येक भारतीय को प्रेरित करता है।” झुंझुनू जिले के सैनिक की तस्वीर का इस पोस्ट में होना गर्व का विषय बना। जैसे ही यह सूचना गांव तक पहुंची, ग्रामीणों में उत्साह और रोमांच की लहर दौड़ गई।
देर शाम ग्रामीणों ने मिठाई बांटकर खुशी जाहिर की और “भारत माता की जय” के नारों से पूरा गांव गूंज उठा। झुंझुनू जिले के ढाणी बाढ़ान गांव को सैनिकों के गांव के नाम से भी जाना जाता है। यहां लगभग हर घर से एक जवान देश सेवा में तैनात है। इस गांव ने अब तक देश को पांच शहीद भी दिए हैं, जिनकी शहादत आज भी गांव में गौरव की मिसाल है।
ग्रामीणों का मानना है कि प्रधानमंत्री द्वारा मिली यह पहचान युवाओं में सेना के प्रति उत्साह को और प्रेरित करेगी और इससे गांव की पहचान राष्ट्रीय स्तर पर मजबूत होगी।


