मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने बुधवार को सीएम कार्यालय में भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती से संबंधित कार्यक्रमों की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि प्रदेशभर में 1 से 15 नवंबर तक “जनजाति गौरव वर्ष” के तहत विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इन कार्यक्रमों के माध्यम से भगवान बिरसा मुंडा के योगदान और उनके आदर्शों को जन-जन तक पहुंचाने का प्रयास किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भगवान बिरसा मुंडा की जयंती को “जनजाति गौरव दिवस” के रूप में मनाने की घोषणा की थी।
इसी के तहत राजस्थान सरकार ने 15 दिन तक जनजातीय गौरव से जुड़े सांस्कृतिक, शैक्षणिक और सामाजिक कार्यक्रम आयोजित करने की योजना बनाई है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि जनजातीय क्षेत्रों के लोगों की अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित की जाए ताकि समाज में जागरूकता और एकता का संदेश पहुंचे। बैठक में जनजाति क्षेत्रीय विकास मंत्री बाबूलाल खराड़ी, मुख्य सचिव सुधांश पंत और विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे। जनजातीय जिलों के सभी कलेक्टर भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक में जुड़े।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कार्यक्रमों में जनजातीय संस्कृति, लोककला, लोकसंगीत और परंपराओं को विशेष रूप से प्रदर्शित किया जाएगा। इन आयोजनों से राज्य में जनजातीय समाज के गौरव, इतिहास और योगदान को सम्मान देने का अवसर मिलेगा। सीएम भजनलाल शर्मा ने बैठक में हाल ही में आयोजित सेवा शिविरों की भी जानकारी ली। उन्होंने बताया कि इन शिविरों के माध्यम से शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में लाखों लोगों को राहत मिली है। 18 विभागों की सेवाएं एक ही स्थान पर मिलने से जनता को काफी सुविधा हुई है।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर आयोजित इन शिविरों में अब तक 1.99 लाख से अधिक पट्टे वितरित किए जा चुके हैं, जिससे आमजन को भूमि स्वामित्व से जुड़ी समस्याओं से राहत मिली है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने एसएमएस अस्पताल में भर्ती कजाकिस्तान में अध्ययनरत एमबीबीएस छात्र राहुल घोसलिया के स्वास्थ्य की जानकारी ली। छात्र को हाल ही में एयरलिफ्ट कर जयपुर लाया गया था। सीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि छात्र के उपचार में किसी भी प्रकार की कमी नहीं आनी चाहिए और उसे सर्वोत्तम चिकित्सा सुविधा प्रदान की जाए।


