28 सितंबर को भारत और पाकिस्तान के बीच एशिया कप 2025 का फाइनल मुकाबला खेला गया, जिसमें भारतीय टीम ने पांच विकेट से जीत हासिल की। भारत ने लगातार तीसरी बार पाकिस्तान को हराया, लेकिन इसके बाद एक बड़ा विवाद उत्पन्न हो गया। दरअसल, एसीसी के मोहसिन नक़वी ने भारतीय टीम को ट्रॉफी लेने से मना कर दिया। मैच प्रेजेंटेशन से पहले काफी ड्रामा हुआ और अंततः मोहसिन नक़वी ट्रॉफी लेकर चले गए। बीसीसीआई के साथ श्रीलंका और अफगानिस्तान का क्रिकेट बोर्ड भी खड़ा है।
बीसीसीआई ने मोहसिन नक़वी को स्पष्ट रूप से कहा कि ट्रॉफी भारत को सौंपनी होगी, लेकिन नक़वी ने इसे टालने का प्रयास किया और एसीसी के ऑफिस जाकर ट्रॉफी लेने की बात कही। अब उम्मीद की जा रही है कि एशिया कप की ट्रॉफी एक या दो दिन में मुंबई के मुख्यालय पहुंच जाएगी। यदि ट्रॉफी अभी भी भारत के पास नहीं आई, तो बीसीसीआई 4 नवंबर को होने वाली आईसीसी की बैठक में इस मुद्दे को उठा सकता है। यह विवाद पहले मुकाबले से शुरू हुआ था जब भारत और पाकिस्तान की टीमें 14 सितंबर को आमने-सामने थीं।
भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव ने स्पष्ट किया था कि दोनों देशों के बीच चल रहे विवाद के कारण किसी भी पाकिस्तानी खिलाड़ी से हाथ नहीं मिलाया जाएगा। बीसीसीआई के संयुक्त सचिव देवजीत सैकिया ने पीटीआई से बातचीत में कहा कि जिस तरह से एक महीने बाद भी ट्रॉफी नहीं दी गई है, उससे वे नाखुश हैं। लगभग 10 दिन पहले एसीसी के अध्यक्ष मोहसिन नक़वी को पत्र लिखा गया था, लेकिन उनके रुख में कोई बदलाव नहीं आया।
ट्रॉफी अभी भी उनके पास है, लेकिन उम्मीद है कि एक या दो दिन में यह ट्रॉफी मुंबई स्थित बीसीसीआई कार्यालय में पहुंच जाएगी। यदि ट्रॉफी जल्द नहीं सौंपी जाती है, तो 4 नवंबर को होने वाली आईसीसी मीटिंग में इस मुद्दे को उठाया जाएगा।


