राजस्थान के बीकानेर जिले में शनिवार को आयोजित ‘रन फॉर यूनिटी’ कार्यक्रम के दौरान एक अलग ही दृश्य देखने को मिला। सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती पर आयोजित इस पैदल मार्च में केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने बीच रास्ते में एक चाय की थड़ी पर रुककर सभी का ध्यान अपनी ओर खींच लिया। उन्होंने न सिर्फ थड़ी संचालक दुरगाराम भादू के साथ मिलकर खुद चाय बनाई, बल्कि उसे कुल्हड़ में डालकर उसका स्वाद भी चखा। अर्जुनराम मेघवाल ने थड़ी पर बनाई चाय इस मौके पर मंत्री मेघवाल ने अपने जीवन से जुड़ा एक ‘चाय का किस्सा’ भी सुनाया।
उन्होंने मुस्कुराते हुए बताया कि पहले वे चाय बनाते तो थे, लेकिन पीते नहीं थे। भाजपा के पूर्व विधायक मानिक चंद सुराणा की सलाह पर उन्होंने चाय पीना शुरू किया था। कार्यक्रम में मौजूद लोगों ने मेघवाल के इस किस्से पर मुस्कराते हुए तालियां बजाईं। मंत्री मेघवाल ने देराजसर निवासी दुरगाराम भादू की थड़ी से ‘वोकल फॉर लोकल’ का संदेश भी दिया। उन्होंने कहा कि ‘रन फॉर यूनिटी’ का उद्देश्य केवल शहरों तक सीमित नहीं है, बल्कि गांवों में भी एकता का भाव जगाना है।
उन्होंने कहा कि जब आम नागरिक एक साथ चलेंगे, तभी सच्चे अर्थों में देश में एकता मजबूत होगी। उन्होंने ग्रामीण जनता से स्थानीय उत्पादों को अपनाने और देशी उद्यमियों को बढ़ावा देने की अपील की। एकता की शपथ दिलाई कार्यक्रम के दौरान एक और खास पल तब देखने को मिला, जब मंत्री मेघवाल ने सरदार पटेल की प्रतिमा के नीचे नवदंपति भवानी शंकर कुमावत और राजन को एकता की शपथ दिलाई। दोनों की शादी 2 नवंबर को तय है। मंत्री ने उनसे वादा करवाया कि वे अपने विवाह समारोह में ‘राष्ट्रीय एकता’ का संदेश लोगों तक पहुंचाएंगे।
उन्होंने कहा कि एकता का संदेश हर परिवार और हर आयोजन से जुड़ना चाहिए। गौरतलब है कि केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल अपने नवाचारों और जनसंपर्क शैली के लिए जाने जाते हैं। इससे पहले भी वे साइकिल यात्रा, रेल यात्रा और जन अभियानों के माध्यम से लोगों को एकता, पर्यावरण संरक्षण और सामाजिक जिम्मेदारी का संदेश दे चुके हैं। उनका यह अनोखा तरीका फिर एक बार चर्चा का विषय बन गया है।


