बिहार चुनाव में राजग के नेताओं का आत्मविश्वास

Sabal SIngh Bhati
By Sabal SIngh Bhati - Editor

समस्तीपुर। बिहार सरकार के जलसंसाधन एवं संसदीय कार्य मंत्री और समस्तीपुर जिले में सरायरंजन विधानसभा सीट पर जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के उम्मीदवार विजय चौधरी ने बड़े आत्मविश्वास के साथ कहा कि इस बार बिहार चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) ऐतिहासिक जीत की ओर अग्रसर है और इस बार लग ही नहीं रहा है कि सामने कोई मुकाबले में है। चुनाव के आसन्न होने की स्थिति में राजग नेता और कार्यकर्ता आत्मविश्वास से भरे दिख रहे हैं।

चौधरी ने अपने क्षेत्र सरायरंजन में चुनाव प्रचार के दौरान मीडिया से बातचीत में कहा कि 2020 के चुनाव में समस्तीपुर जिले की दस विधानसभा सीटों के मुकाबले टाई हो गए थे और पक्ष-विपक्ष दोनों गठबंधनों को 5-5 सीटें मिली थीं, लेकिन इस बार तो सभी 10 सीटों पर राजग का डंका बज रहा है और एक भी सीट महागठबंधन के खाते में जाती हुई नहीं दिख रही है।

हर परिवार को नौकरी का वादा बिहार के प्रत्येक परिवार को सरकारी नौकरी देने का वादा कर राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव युवाओं को लुभाने की कोशिश कर रहे हैं, इस सवाल के जवाब में जदयू के वरिष्ठ नेता चौधरी ने कहा कि जिस व्यक्ति को पहले से मालूम है कि मुख्यमंत्री की कुर्सी नहीं मिलने वाली है, उसे अनाप शनाप वादे करने से क्यों परहेज होगा। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव की वित्तीय समझ बहुत कमजोर है और उन्हें इस बात का पता नहीं है कि प्रत्येक वादे की एक कीमत होती है।

उसके लिए सरकार को संसाधन जुटाने होते हैं। यादव के झूठे वादों को बिहार की जनता खूब समझती है और उन्हें इसका कोई भी लाभ नहीं मिलने वाला है। महागठबंधन के नेताओं के वादे खोखले चौधरी ने बिहार में रोजगार की समस्या और युवाओं के पलायन पर पूछे गए सवाल के जवाब में कहा कि 2020 से 2025 के बीच पांच वर्षों में राजग सरकार ने करीब 50 लाख नौकरियों और रोजगार की व्यवस्था की है, जो बिहार में पिछले किसी भी पांच साल के कार्यकाल से ज्यादा है।

उन्होंने कहा कि अगले पांच साल में सरकार का लक्ष्य प्रदेश में एक करोड़ नौकरियों और रोजगार के सृजन का है। यह लक्ष्य महागठबंधन के नेताओं की तरह हवाई किले पर नहीं बना है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से प्रदेश के विभिन्न इलाकों में औद्योगिक जोन बनने वाले हैं, और लघु और कुटीर उद्योगों का लक्ष्य तय किया गया है, एक करोड़ रोजगार का लक्ष्य सरकार अगले पांच साल में आसानी से हासिल करेगी।

उन्होंने कहा कि बिहार में डेयरी उद्योग का विकास, कृषि और मतस्य क्षेत्र में निर्यात और जननायक कर्पूरी ठाकुर कौशल विकास विश्वविद्यालय की स्थापना इस लक्ष्य की पूर्ति के सबसे बड़े साधन होंगे। उन्होंने कहा कि एक करोड़ 21 लाख जीविका समूह की महिलाओं को रोजगार से जोड़ने की कोशिश की जा रही है। उनके खाते में अग्रिम राशि के रूप में दस हजार भेजे जा चुके हैं। कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार महिला सशक्तिकरण और उनके लिए रोजगार सृजन का निरंतर प्रयास करते रहे हैं।

उन्होंने कहा कि राजग ने सभी योजनाओं को लिखित रूप से चुनाव पूर्व अपने संकल्प पत्र में शामिल किया है।

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