कोटा। नगर निगम कोटा उत्तर के वार्ड नंबर 3 की स्थिति किसी से छिपी नहीं है। यह वार्ड आज भी कई मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि वार्ड क्षेत्र में तंग गलियां और असुविधाजनक मार्ग लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी को प्रभावित कर रहे हैं। गलियां इतनी संकरी हैं कि दो वाहन आमने-सामने आने पर जाम की स्थिति बन जाती है। कई बार एंबुलेंस या जरूरी वाहनों को निकलने में भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
वार्ड का एरियामथुराधीश जी का मन्दिर, भटजी महाराज का चौक, आईसी आईसीआई बैंक, मैन रोड पाटनपोल, छोटे मथुराधीश जी, राबामावि टिपटा, काजीपाड़ा, भूरिया गणेश जी मन्दिर, सराय का स्थान, नारायण बाल निकेतन, मथुरेश भवन, लालबुर्ज, काली ककांली मन्दिर का क्षेत्र शामिल है। स्थानीय निवासियों की मांग- तंग गलियों का पुनर्निर्माण और सड़क चौड़ीकरण- पाटन पोल क्षेत्र में यातायात नियंत्रण व्यवस्था- नियमित सफाई और नालियों की सफाई- आवारा पशुओं और कुत्तों पर नियंत्रण वार्ड 3 के निवासियों की यही उम्मीद है कि जल्द ही प्रशासन जागे और उनके वार्ड की तस्वीर बदले, ताकि स्मार्ट सिटी का सपना सच्चाई में बदल सके।
जाम की स्थिति अब यहां आम बात हो गई है। सुबह और शाम के समय तो हालात इतने बिगड़ जाते हैं कि घर से निकलने में भी परेशानी होती है। खासतौर पर पाटन पोल क्षेत्र में वाहनों का जाम हर दिन की समस्या बन गया है। दुकानों के सामने अव्यवस्थित पार्किंग और सड़कों पर कब्जों के कारण यातायात व्यवस्था पूरी तरह चरमरा चुकी है। – अशोक खंडेलवाल, वार्डवासी सफाई व्यवस्था की बदहाली ने भी हालात बिगाड़ रखे हैं। नालियां जाम पड़ी हैं, जिससे गंदा पानी सड़कों पर बहता रहता है।
आसपास बदबू और मच्छरों का प्रकोप फैल रहा है, जिससे बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। लोगों का कहना है कि सफाईकर्मी कभी-कभार ही नजर आते हैं, और शिकायत करने पर भी कार्रवाई नहीं होती।- डिम्पी शर्मा, वार्डवासी आवारा पशुओं और कुत्तों का आतंक भी लोगों के लिए मुसीबत बना हुआ है। शाम के समय गलियों में कुत्तों के झुंड दिखाई देते हैं। कई बार ये कुत्ते राहगीरों पर हमला भी कर चुके हैं, लेकिन नगर निगम की ओर से इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
चुनाव के समय वादे तो बहुत किए जाते हैं, लेकिन जमीनी स्तर पर स्थिति जस की तस बनी हुई है। – आशा देवी, वार्डवासी वार्ड में अनेक विकास कार्य सफलतापूर्वक पूरे किए गए। अब जबकि हमारा कार्यकाल समाप्त हो गया है, आगे के कार्यों की जिम्मेदारी प्रशासन के पास है। रही बात वार्ड की तंग गलियों और जाम की समस्या की — यह कोई नई समस्या नहीं है, बल्कि वर्षों पुरानी स्थिति है, जिस पर स्थायी समाधान के लिए दीर्घकालिक योजना की आवश्यकता है।- जमना बाई, पार्षद


