फलोदी-मतोड़ा मार्ग पर हुए बस हादसे में 15 लोगों की मौत के बाद शवों को परिजनों को सौंपने का सिलसिला शुरू हो गया है। जोधपुर के सूरसागर स्थित नैनची बाग में मातम का माहौल है। राज्य सरकार ने तीन मौतों पर 25-25 लाख रुपये और एक सदस्य वाले परिवार को 10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता की घोषणा की है। शिक्षा एवं पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर ने मृतकों के परिवारों और घायलों के लिए आर्थिक सहायता की बात कही। रात में मोर्चरी के बाहर परिजन धरने पर बैठे थे, जो सुबह सहायता राशि की घोषणा के बाद शांत हुए।
शवों को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंपा गया। नैनची बाग में मातम छाया हुआ है, जहां शवों के आने पर चीख पुकार मच गई। घरों के बाहर अर्थियां सजाई गईं और अंतिम संस्कार की तैयारी की गई। प्रशासन ने एंबुलेंस और डॉक्टरों को तैनात किया है ताकि किसी की तबीयत बिगड़ने पर तुरंत इलाज किया जा सके। हादसे में मृतकों में महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। घायलों का उपचार जारी है। यह हादसा मतोड़ा क्षेत्र में हुआ, जहां टेंपो ट्रेवलर एक खड़े ट्रेलर में घुस गया।


