सर्दियों की शुरुआत होते ही वातावरण में एक अलग खुशबू फैल जाती है। सुबह की ठंडक, हल्की धूप और ओस की बूंदें हर चीज़ को नया रूप देती हैं। लेकिन इस मौसम का असर हमारे गार्डन में खिले फूलों पर भी पड़ता है। कई पौधे ठंड में बढ़ना बंद कर देते हैं, लेकिन अगर गुलाब की देखभाल सही तरीके से की जाए, तो यह मौसम डबल ग्रोथ का अवसर प्रदान कर सकता है। गुलाब को फूलों का राजा माना जाता है, और यह सच भी है। यह सुंदर, खुशबूदार और हर मौसम में अपनी पहचान रखता है।
हालांकि, सर्दियों में इसकी ग्रोथ धीमी हो जाती है, लेकिन यदि आप इसे सही तरीके से लगाना और संभालना जानते हैं, तो यह मौसम गुलाब की वृद्धि के लिए सबसे अच्छा साबित हो सकता है। अगर आप सोच रहे हैं कि ठंड में गुलाब कैसे लगाएं, तो इसका उत्तर बहुत आसान है। गुलाब को उसकी टहनी यानी कटिंग से आसानी से उगाया जा सकता है। अक्टूबर के अंत से लेकर जनवरी तक का समय गुलाब लगाने के लिए सबसे उपयुक्त माना जाता है।
इस समय मिट्टी में नमी रहती है और तापमान संतुलित होता है, जिससे नई जड़ें आसानी से बन जाती हैं। सबसे पहले, एक पुराने, स्वस्थ गुलाब पौधे से 6 से 8 इंच लंबी टहनी काटें। टहनी की उम्र लगभग 6 महीने से 1 साल होनी चाहिए। नीचे का हिस्सा तिरछा (45 डिग्री) काटें ताकि जड़ें जल्दी बनें। ऊपरी हिस्से में दो-तीन पत्ते और एक मुरझाया हुआ फूल रहने दें। इस कटिंग को लगाने से पहले उसके निचले हिस्से पर रूटिंग हार्मोन पाउडर या एलोवेरा जेल लगाएं। इससे जड़ों की ग्रोथ तेज होती है और पौधा जल्दी तैयार होता है।
मिट्टी की तैयारी में 1 भाग बगीचे की मिट्टी, 1 भाग गोबर की खाद या वर्मी कम्पोस्ट, और 1 भाग रेत मिलाएं। गुलाब के पौधे के लिए मिट्टी हल्की, हवादार और थोड़ी नमी वाली होनी चाहिए। इस मिश्रण को अच्छे से मिलाकर गमले में भरें। ध्यान रखें कि गमले के नीचे ड्रेनेज होल हो ताकि पानी बाहर निकल सके। अब कटिंग को लगभग दो-तिहाई हिस्सा मिट्टी में दबा दें और हल्का पानी दें ताकि मिट्टी बैठ जाए। गमले को ऐसी जगह रखें जहाँ तेज धूप न पड़े लेकिन रोशनी बनी रहे।
ठंड के दिनों में पौधे को सुबह की हल्की धूप मिल जाए तो सबसे अच्छा रहेगा। सर्दियों में गुलाब को ज्यादा पानी देने की जरूरत नहीं होती। मिट्टी को हमेशा हल्का नम रखें, लेकिन गीला नहीं। जब मिट्टी की ऊपरी परत सूखी लगे, तभी पानी दें। सुबह के समय पानी देना सबसे अच्छा रहता है। ठंडे दिनों में 2–3 दिन में एक बार हल्का पानी काफी है। पौधे पर पानी न डालें, केवल जड़ों में डालें ताकि पत्तियां खराब न हों। अगर आप पानी बहुत ज्यादा देंगे, तो जड़ें सड़ सकती हैं और पौधा कमजोर हो जाएगा।
वहीं, अगर मिट्टी बहुत सूखी रहेगी, तो गुलाब के फूल छोटे और कम होंगे। संतुलित नमी सबसे जरूरी है। गुलाब को धूप बहुत पसंद है, लेकिन सर्दियों की ठंडी हवाओं से यह डरता है। इसलिए अगर आप चाहते हैं कि आपका पौधा तेजी से बढ़े और भरपूर फूल दे, तो इसे रोजाना 4 से 5 घंटे की धूप जरूर दें। सुबह 9 बजे से दोपहर 1 बजे तक की धूप गुलाब के लिए सबसे अच्छी होती है। बहुत ज्यादा ठंड या पाला पड़ने पर पौधे को कवर कर दें या अंदर रखें।
दिन के समय खुली हवा मिले, लेकिन रात में पौधे को ठंडी हवा से बचाएं। गुलाब का पौधा पोषक तत्वों का बहुत शौकीन होता है। सर्दियों में इसकी ग्रोथ भले धीमी हो, लेकिन सही पोषण मिलने पर यह डबल ग्रोथ दिखाता है। गोबर की खाद या वर्मी कम्पोस्ट महीने में एक बार डालें। सरसों खली का पानी (1 लीटर पानी में 2 चम्मच) हर 15 दिन में दें। पौधे में कीड़े न लगें, इसके लिए नीम ऑयल स्प्रे करें। कटिंग लगाने के 3–4 हफ्तों के बाद पौधे में नई कोपलें निकलने लगेंगी। यह संकेत है कि जड़ें बन चुकी हैं।
इस समय पौधे को थोड़ा धूप और हल्की खाद दें। जब पौधा 1 फीट तक बढ़ जाए, तो उसे बड़े गमले में ट्रांसफर कर दें। पानी हमेशा जड़ों में दें, ऊपर से नहीं। हर 15 दिन में एक बार पौधे की मिट्टी हल्की सी कुरेद दें ताकि हवा अंदर जा सके। सर्दियों का मौसम गुलाब की जड़ों को मजबूत बनाता है। अगर पौधा स्वस्थ रहता है, तो फरवरी–मार्च में यह सबसे ज्यादा फूल देता है। इसलिए इस मौसम में गुलाब की देखभाल को हल्के में न लें।
थोड़ी सी मेहनत, थोड़ी सी समझदारी और ढेर सारा प्यार बस यही चाहिए गुलाब को।


