आजकल छोटे बच्चों में मोबाइल की लत लगने से उनका ध्यान पढ़ाई से हट गया है। पढ़ाई के नाम पर उन्हें सिर्फ मोबाइल याद आता है, जो उनके माता-पिता के लिए परेशानी बन गया है। उत्तरप्रदेश सरकार ने इस समस्या का समाधान खोज लिया है। यूपी के स्कूलों में शिक्षा विभाग एक विशेष अभियान शुरू करने जा रहा है, जिससे बच्चों को मोबाइल की लत से छुटकारा दिलाया जाएगा। शिक्षा विभाग राज्य के सभी स्कूलों में मोबाइल के आदी बच्चों को इससे दूर रहने के तरीके सिखाएगा।
इसके साथ ही बच्चों को किताबें पढ़ने के लिए प्रेरित किया जाएगा और शैक्षिक भ्रमण कार्यक्रम में पुस्तकालय को शामिल किया जाएगा। इस अभियान के लिए अपर मुख्य सचिव बेसिक और माध्यमिक शिक्षा पार्थसारथी सेन शर्मा ने दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इस अभियान में बच्चों को मोबाइल के नुकसान बताकर उन्हें शिक्षा की ओर अग्रसर किया जाएगा। बच्चों में किताबें पढ़ने की ललक जगाई जाएगी, जिससे उनका ध्यान मोबाइल से हटकर किताबों की ओर लगे। विद्यार्थियों द्वारा पढ़ी गई पुस्तकों का सारांश प्रार्थना सभा में प्रस्तुत किया जाएगा, जिससे उनकी अभिव्यक्ति कौशल का विकास होगा।
इसके साथ ही स्कूलों में लेखन की प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाएंगी, जिससे बच्चों में खेल के प्रति जिज्ञासा का विकास होगा। अब जिला पुस्तकालयों में स्कूलों के बच्चों को प्रवेश की अनुमति दी जाएगी। स्कूल हर हफ्ते छात्रों को पाठ्यक्रम से अलग एक किताब अनिवार्य रूप से देंगे, जिसमें कहानी, उपन्यास, जीवनी आदि शामिल होंगे, ताकि उनमें स्वतंत्र पठन की रुचि बढ़े। सभी स्कूलों को निर्देश दिया गया है कि वे सांस्कृतिक कार्यक्रमों और विभिन्न प्रतियोगिताओं में विजेता छात्रों को फूलों का गुलदस्ता देने के बजाय किताबें दें।
ट्रॉफी या स्मृति चिह्न के स्थान पर उन्हें कोई अच्छी पुस्तक दी जाएगी, जिससे वे पढ़कर उसके बारे में समझेंगे और कई चीजों का ज्ञान प्राप्त करेंगे। इसके बाद बच्चे मोबाइल की लत से दूर होकर किताबों की ओर अपनी रुचि बढ़ाएंगे।


