शहरी सहकारी बैंकों को निम्न वर्ग के सशक्तीकरण में भूमिका निभानी चाहिए: अमित शाह

Sabal SIngh Bhati
By Sabal SIngh Bhati - Editor

नई दिल्ली। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने सोमवार को कहा कि देश के शहरी सहकारी बैंक अब आकांक्षी युवाओं, छोटे व्यापारियों और निम्न वर्ग के लोगों के सशक्तीकरण के लिए अग्रणी भूमिका निभाएं। उन्होंने कहा कि नैफकब और अन्य शहरी सहकारी संगठन एक नैतिक दिशानिर्देश जारी करें, जिसके आधार पर प्रत्येक बैंक अपने वित्तीय ढांचे को पुन: डिजाइन कर सके। शाह यहां राष्ट्रीय शहरी सहकारी बैंक एवं ऋण समिति महासंघ (नैफकब) और सहकारिता मंत्रालय द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन को-ऑप कुंभ 2025 को संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि शहरी सहकारी बैंक और ऋण समितियां हाल के वर्षों में नए उत्साह और दृढ़ संकल्प के साथ आगे बढ़ी हैं। उन्होंने अमूल और इफ्को को अंतरराष्ट्रीय सहकारी गठबंधन द्वारा विश्व रैंकिंग में क्रमश: प्रथम और द्वितीय स्थान प्राप्त करने पर बधाई दी। शाह ने कहा कि यह दर्शाता है कि सहकारिता की अवधारणा आज भी उतनी ही प्रासंगिक और जीवंत है। अमूल ने देश में श्वेत क्रांति को गति दी है और आज प्रतिदिन तीन करोड़ लीटर दूध एकत्र कर रहा है।

वहीं इफ्को ने हरित क्रांति में अहम योगदान देते हुए 93 लाख टन यूरिया और डीएपी का उत्पादन किया है, जिनके नैनो उत्पाद आज 40 से अधिक देशों में निर्यात किए जा रहे हैं।

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