वैदिक ज्योतिष में चंद्रमा का विशेष महत्व है। इसे मानसिक स्थिति, भावना, मन और संवेदनाओं का कारक माना जाता है। कुंडली में इसकी स्थिति भावनात्मक संतुलन, रचनात्मकता, याद करने की क्षमता और दैनिक व्यवहार को प्रभावित करती है। चंद्रमा के मजबूत होने से मन शांत और स्थिर होता है, जबकि इसकी कमजोर स्थिति कम आत्मविश्वास, मूड स्विंग्स और नींद से जुड़ी समस्याओं का कारण बन सकती है। 1 दिसंबर को चंद्र देव मीन राशि से निकलकर मेष राशि में प्रवेश करेंगे, जिसका स्वामी मंगल है। दो दिन यहाँ रहने के बाद चंद्रमा वृषभ राशि में प्रवेश करेंगे।
यह समय कई लोगों के लिए लाभकारी साबित होगा। वृषभ राशि के जातकों के लिए यह समय शुभ रहेगा। कार्य स्थल पर प्रदर्शन अच्छा होगा, प्रमोशन मिल सकता है, और सेहत में सुधार होगा। मानसिक तनाव कम होगा और माता के साथ संबंध अच्छे होंगे। छात्रों का ध्यान पढ़ाई में लगेगा और प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता मिल सकती है। मिथुन राशि के जातकों के लिए भी यह समय शुभ रहेगा। धन और समृद्धि मिलेगी, वैवाहिक जीवन खुशहाल रहेगा, और संतान से अच्छी खबर मिलेगी। तुला राशि के जातकों के लिए चंद्रदेव मेहरबान रहेंगे।
कोर्ट कचहरी के मामलों में सफलता मिल सकती है, दोस्तों के साथ संबंध मजबूत होंगे, और अटका हुआ पैसा वापस मिल सकता है। बिजनेस के लिए भी समय अनुकूल रहेगा। यदि आप कुछ नया शुरू करना चाहते हैं, तो यह समय उपयुक्त है।


