हल्द्वानी: उत्तराखंड के हल्द्वानी में पुलिस ने एक बड़े गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जो पैसे लेकर लोगों के फर्जी परमानेंट रेजिडेंस प्रमाण पत्र बनाता था। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) के निर्देश पर बनभूलपुरा पुलिस ने कार्रवाई करते हुए गिरोह के मास्टरमाइंड समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान मोहम्मद फैजान, रईस अहमद और दिनेश सिंह दासपा के रूप में हुई है। इनमें मोहम्मद फैजान को इस पूरे रैकेट का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है।
पुलिस को शक है कि यह गिरोह क्षेत्र की डेमोग्राफी बदलने की साजिश में भी शामिल हो सकता है। ऐसे चल रहा था फर्जीवाड़े का खेल जांच में सामने आया है कि यह गिरोह बेहद सुनियोजित तरीके से काम कर रहा था। आरोपी दिनेश सिंह दासपा, जो मूल रूप से मुनस्यारी का रहने वाला है, यूपीसीएल (उत्तराखंड पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड) का डेटा मुहैया कराता था। इस डेटा और अन्य गलत दस्तावेजों का इस्तेमाल कर गिरोह के सदस्य लोगों के लिए फर्जी स्थाई निवास प्रमाण पत्र तैयार करते थे। इसके बदले में वे लोगों से मोटी रकम वसूलते थे।
सरकारी कर्मचारियों पर भी शक की सुई इस मामले में कुछ सरकारी कर्मचारियों की मिलीभगत की बात भी सामने आ रही है। पुलिस को शक है कि इस फर्जीवाड़े में तहसील के कर्मचारी भी शामिल हो सकते हैं, जिनकी मदद से इन दस्तावेजों को वैधता दिलाने की कोशिश की जाती थी। पुलिस का कहना है कि इन फर्जी प्रमाण पत्रों के आधार पर कई लोग हल्द्वानी में अवैध रूप से बसने की तैयारी कर रहे थे। फिलहाल, पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और पूरे नेटवर्क का पता लगाने के लिए गंभीरता से जांच कर रही है।
गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ कर गिरोह के अन्य सदस्यों और उनके ठिकानों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।


