नई दिल्ली। सीबीआई ने भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) के एक मैंनेजर को 232 करोड़ रुपए से अधिक के धन को व्यापारिक उद्देश्यों के लिए अपने निजी खातों में स्थानांतरित करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। एएआई के वरिष्ठ प्रबंधक राहुल विजय पर देहरादून हवाई अड्डे पर अपने कार्यकाल के दौरान बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी करने का आरोप है। सीबीआई के अनुसार, उसने तीन साल में फर्जी लेखा प्रविष्टियों का एक जटिल जाल बनाकर धन के हस्तांतरण की योजना बनाई।
जांच के दौरान यह सामने आया है कि 2019-20 से 2022-23 की अवधि में देहरादून हवाई अड्डे पर तैनात रहते हुए आरोपी ने नकली और फर्जी संपत्तियां बनाकर और कुछ संपत्तियों के मूल्यों को बढ़ाकर, जिसमें प्रविष्टियों में शून्य जोड़ना भी शामिल था। इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्ड में हेरफेर किया ताकि नियमित जांच से बचा जा सके। बैंक लेन-देन के प्रारंभिक विश्लेषण से पता चला कि गबन की गई धनराशि को बाद में विजय के नियंत्रण वाले ट्रेडिंग खातों में स्थानांतरित कर दिया गया।
आंतरिक ऑडिट में हुआ गड़बड़ी का खुलासा इन अनियमितताओं का पता सबसे पहले एक आंतरिक ऑडिट के दौरान चलाए जिसके बाद एएआई ने निष्कर्षों की पुष्टि के लिए एक समिति का गठन किया। जांच में बढ़ा-चढ़ाकर बताई गई संपत्ति, फर्जी लेखा रिकॉर्ड और विजय के निजी बैंक खातों में अनधिकृत हस्तांतरण के सबूत सामने आए।