जयपुर। एसीबी की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन यूनिट (एसआईयू) चौकी जयपुर ने शनिवार को 30 लाख रुपए की घूस लेते पटवारी के दलाल को गिरफ्तार कर लिया। जबकि खुद पटवारी फरार हो गया। एसीबी दलाल से पूछताछ कर रही है। एसीबी एडीजी स्मिता श्रीवास्तव के अनुसार एसीबी चौकी को शिकायत मिली कि परिवादी की कालवाड़ रोड के हाथोज में 10 बीघा जमीन का नामांतरण खोलने की एवज में पटवारी नरेन्द्र मीणा 50 लाख रुपए मांग रहा है। सौदा 30 लाख रुपए में तय हुआ। शिकायत सत्यापन के बाद पटवारी के दलाल विकास शर्मा को 30 लाख रुपए की घूस लेते दबोच लिया।
इसमें पांच लाख रुपए असली और 25 लाख डमी नोट थे। जमीन की कीमत करीब 60-70 करोड़ रुपए है। पटवारी ने पहले घूस के लिए 50 लाख रुपए मांगे। काफी मिन्नतों के बाद वह 45 लाख रुपए में आ गया। बाद में 30 लाख रुपए देना तय हुआ। घूस का कोडवर्ड : एएसपी संदीप सारस्वत के अनुसार पटवारी ने परिवादी से कहा कि आज दो से तीन बजे के बीच यदि रुपए नहीं दिए तो मैं रुपए नहीं लूंगा और बात भी नहीं करूंगा। यदि तू मुझे फोन करे तो सिर्फ बोलना जय श्री बालाजी, मैं समझ जाऊंगा।
ऐसे पकड़ा गया : परिवादी ने फोन पर जय श्री बालाजी बोल दिया। इसके बाद पटवारी को गोविन्दम टावर पर आने के लिए कहा। वहां पहुंचने के बाद भी पटवारी लगातार अपनी लोकेशन बदलता रहा। उसने घूस के 30 लाख रुपए अपने परिचित दुकानदार विकास शर्मा के पास देकर आने के लिए कह दिया। विकास की कृष्णा एन्टरप्राइजेज के नाम से दुकान है। उसने परिवादी से 30 लाख रुपए लेकर अपनी गाड़ी में रख लिए। तभी एसीबी की टीम ने दलाल विकास को पकड़ लिया। पटवारी फरार हो गया।


