नई दिल्ली। केंद्रीय बंदरगाह, पोत परिवहन एवं जलमार्ग मंत्रालय की आज एक बैठक में वैकल्पिक हरित तकनीकों को आगे बढ़ाने, मजबूत नियामक ढांचा तैयार करने, कार्बन उत्सर्जन कम करने और देश में कार्बन तटस्थता के लिए आवश्यक कदमों पर गहन चर्चा हुई। मंत्रालय ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर बताया कि मंत्रालय के राष्ट्रीय हरित बंदरगाह एवं नौवहन उत्कृष्टता केंद्र में आयोजित इस बैठक की अध्यक्षता मंत्रालय के विशेष सचिव राजेश कुमार सिन्हा ने की।
सिन्हा ने बैठक में हरित तकनीकों की जरूरत को रेखांकित करते हुए कहा कि बंदरगाहों और नौवहन क्षेत्र में पर्यावरण के अनुकूल उपायों को अपनाना समय की मांग है। उन्होंने अनुसंधान और क्षमता निर्माण के ढांचे को मजबूत करने पर भी जोर दिया। बैठक में मौजूद अधिकारियों और विशेषज्ञों ने भारत में नौवहन को बढ़ावा देने के लिए आवश्यक नीति परिवर्तनों और ढांचागत सुधारों पर भी सुझाव दिए। खासकर, देश में हरित बंदरगाहों की दिशा में हो रहे प्रयासों को और तेज करने की आवश्यकता बताई गई।


