रांची में अपहृत 9 वर्षीय बालक की हत्या पर फूटा गुस्सा, सड़क पर उतरे लोग, थाने का किया घेराव

Sabal Singh Bhati
3 Min Read

रांची, 7 मार्च ()। रांची के बरियातू थाना क्षेत्र से किडनैप किए गए 9 वर्षीय बालक शौर्य की हत्या पर मंगलवार को लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। सैकड़ों लोगों ने रांची पुलिस पर विफलता और लापरवाही का आरोप लगाते हुए बरियातू थाने का घेराव किया और राजभवन-बूटी रोड को जाम कर दिया। बच्चे का शव जब पोस्टमार्टम के लिए रिम्स लाया गया तो वहां भी भारी संख्या में जुटे लोगों ने हंगामा किया।

शौर्य का अपहरण बीते शुक्रवार की शाम एदलहातू इलाके से उस वक्त कर लिया गया था, जब वह घर के पास एक दुकान से बिस्किट खरीदने गया था। वह काफी देर तक घर नहीं लौटा तो उसकी तलाश शुरू हुई। पुलिस को तत्काल घटना की सूचना दी गई। आस-पास के सीसीटीवी फुटेज खंगालने पर पता चला कि उसका अपहरण एक सफेद कार पर सवार लोगों ने किया है। फुटेज में दिख रहा है कि कार पर सवार एक व्यक्ति बच्चे को अपनी तरफ बुलाता है, उससे कुछ देर बात करता है और इसके बाद उसे कार में खींच लेता है। माना जा रहा है कि कार पर सवार कोई व्यक्ति बच्चे का परिचित रहा होगा।

पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज में कार के नंबर के आधार पर तफ्तीश शुरू की तो पता चला कि कार में लगा नंबर फर्जी था। बच्चे के पिता राजू गोप व्यवसायी है। उन्होंने पुलिस को बताया कि उसकी किसी से रंजिश नहीं है। पुलिस यह मानकर चल रही थी कि अपहरण संभवत: फिरौती के लिए किया गया हो, लेकिन इसे लेकर भी घरवालों या किसी के पास कोई कॉल नहीं आया। इस बीच मंगलवार को सपारोम गांव में एक बच्चे की लाश तालाब के पास बंद बोरी में पाई गई। उसकी शिनाख्त शौर्य के रूप में हुई। घरवालों तक यह खबर पहुंची तो कोहराम मच गया। शौर्य अपने माता-पिता की इकलौती संतान था।

बच्चे के पिता राजू गोप और उसका परिवार राजद के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव का करीबी है। पशुपालन घोटाले के एक मामले में राजू गोप ने उनकी बेल भी ली थी। मंगलवार को इस हत्याकांड के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना था कि सीसीटीवी फुटेज मिलने के बाद भी पुलिस ने तत्परतापूर्वक कार्रवाई नहीं की। अगर समय रहते कार्रवाई की जाती तो आज शौर्य जिंदा होता।

एसएनसी/

देश विदेश की तमाम बड़ी खबरों के लिए निहारिका टाइम्स को फॉलो करें। हमें फेसबुक पर लाइक करें और ट्विटर पर फॉलो करें। ताजा खबरों के लिए हमेशा निहारिका टाइम्स पर जाएं।

Share This Article
Sabal Singh Bhati is CEO and chief editor of Niharika Times