महिलाओं के लिए खून बढ़ाने वाला अद्भुत अपराजिता फूल

Jaswant singh

कई बार हम छोटी-छोटी प्राकृतिक चीज़ों पर ध्यान नहीं देते, जिनमें बड़ी समस्याओं का समाधान छिपा होता है। अपराजिता (Aparajita) एक ऐसा चमत्कारी फूल है, जिसे भगवान शिव का प्रिय माना जाता है। धार्मिक रूप से इसका विशेष महत्व है, लेकिन आयुर्वेद में इसे महिलाओं के लिए एक प्राकृतिक टॉनिक और शक्तिवर्धक औषधि के रूप में बताया गया है। महिलाओं की खूबसूरती, खून की कमी, कमजोरी, हार्मोनल असंतुलन, त्वचा की समस्याएं, थकान और पाचन जैसी समस्याओं का समाधान एक ही फूल से संभव है।

अपराजिता फूल महिलाओं के लिए एक शक्तिशाली पुष्प है, जो उनके स्वास्थ्य को संवारता है और मानसिक-शारीरिक स्वास्थ्य को मजबूत करता है। खून बढ़ाने वाला प्राकृतिक आयरन टॉनिक महिलाओं में एनिमिया यानी खून की कमी एक आम स्वास्थ्य समस्या है। खासकर किशोरियों, गर्भवती महिलाओं और प्रसव के बाद कमजोर हुई महिलाओं में यह अधिक देखने को मिलती है। ऐसे में आयरन सप्लीमेंट से ज्यादा प्रभावी है, अपराजिता का काढ़ा और चाय। आयुर्वेद के अनुसार, अपराजिता फूल शरीर में प्राकृतिक रूप से आयरन के अवशोषण की क्षमता बढ़ाता है।

यह खून को शुद्ध करता है, हीमोग्लोबिन का स्तर बढ़ाता है और शरीर में नई ऊर्जा का निर्माण करता है। जो महिलाएं लगातार थकान, सिर चकराना, कमजोरी या खून की कमी से परेशान रहती हैं, उनके लिए अपराजिता का नियमित सेवन लाभकारी है। यह न केवल खून को बढ़ाता है, बल्कि रक्त परिसंचरण को भी बेहतर बनाता है, जिससे पूरा शरीर अंदर से ज्यादा मजबूत और सक्रिय महसूस करता है। यही वजह है कि इसे महिलाओं का प्राकृतिक आयरन टॉनिक कहा जाता है। अपराजिता फूल में मौजूद प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट त्वचा की उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा करते हैं।

यह चेहरे पर आए दाग-धब्बों, रैशेज, पिग्मेंटेशन को हल्का करता है और स्किन टोन को ग्लोइंग बनाता है। अपराजिता चाय को स्किन के लिए नेचुरल ग्लो बूस्टर माना जाता है। इसकी खासियत यह है कि यह त्वचा की रंगत सुधारता है, चेहरे पर नेचुरल ग्लो लाता है, फ्री रेडिकल्स को खत्म करता है, डार्क स्पॉट्स को कम करता है, स्किन को डिटॉक्स करता है। अपराजिता फूलों का पेस्ट चेहरे पर लगाने से स्किन टाइट रहती है और फाइन लाइंस कम होती हैं। यह महिलाओं को अंदर और बाहर दोनों तरह से सुंदर बनाता है।

अधिकांश महिलाओं की स्वास्थ्य समस्याएं हार्मोनल असंतुलन से जुड़ी होती हैं। चाहे मासिक धर्म का दर्द हो, अनियमित पीरियड्स, थकान, मूड स्विंग्स या तनाव, सबके पीछे हार्मोन की बड़ी भूमिका होती है। अपराजिता इन हार्मोन्स को संतुलित करने में मदद करती है। इसकी चाय और काढ़ा पीने से पीरियड्स का दर्द कम होता है, अनियमितता ठीक होती है, शरीर में सूजन घटती है, मानसिक तनाव कम होता है, नींद बेहतर होती है। अपराजिता को नेचुरल हार्मोन बैलेंसर कहा जाता है, क्योंकि यह महिलाओं की शारीरिक और मानसिक दोनों अवस्थाओं पर सकारात्मक असर डालता है।

अपराजिता फूल सिर्फ सौंदर्य या हार्मोन तक सीमित नहीं है, यह शरीर को ताकत भी देता है। आयुर्वेद के अनुसार, यह पुष्प शरीर की मांसपेशियों में बल बढ़ाता है और महिलाओं के स्टैमिना में सुधार करता है। अपराजिता सेवन से कमजोरी दूर होती है, शरीर में ताकत बढ़ती है, प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है। यह प्रसव के बाद कमजोर हुई महिलाओं के लिए वरदान है। यह शरीर को जल्दी रिकवर करता है और खून की कमी दूर करके ताकत वापस लाता है। अपराजिता के फूलों में मौजूद तत्व बालों की जड़ों को मजबूत बनाते हैं।

इसका लेप स्कैल्प पर लगाने से बालों का झड़ना कम होता है और नए बाल उगने की प्रक्रिया तेज होती है। इससे स्कैल्प में रक्त-संचार बेहतर होता है, रूसी कम होती है और बाल घने होते हैं। आयुर्वेद में इसे नेचुरल हेयर स्ट्रेंथनर कहा गया है। अपराजिता फूल का सेवन पाचन तंत्र के लिए बहुत लाभकारी है। यह गैस, कब्ज, एसिडिटी को कम करता है और आंतों की सफाई करता है। इसकी चाय शरीर में जमा अतिरिक्त चर्बी को पिघलाने में मदद करती है।

जो महिलाएं वजन कम करना चाहती हैं, उनके लिए यह एक बेहतरीन नेचुरल फैट बर्नर की तरह काम करता है। अपराजिता की जड़, पत्ती और फूल तीनों औषधीय की तरह काम करते हैं।

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Jaswant singh Harsani is news editor of a niharika times news platform