भीलवाड़ा। जिले के मांडलगढ़ थाना क्षेत्र में नवजात बच्चे को पत्थरों के नीचे दबाने और होंठों पर फेविस्टिक चिपकाने के क्रूर कृत्य को अंजाम देने के आरोप में बच्चे का नाना (युवती का पिता) और बच्चे की मां (आरोपी की बेटी) को पुलिस ने शनिवार को पूरा सीन रीक्रिएट करवाया। पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसकी बेटी कुंवारी है और चचेरे भाई से गर्भवती हो गई थी। उसने कहा कि इज्जत बचाने और बेटी की शादी कराने के लिए उसने इस वारदात को अंजाम दिया।
आरोपी ने बताया कि वह बूंदी से भीलवाड़ा जाते समय बच्चे और बेटी के साथ मांडलगढ़ थाना क्षेत्र के सीता का कुंड मंदिर के पास जंगल के रास्ते में उतर गया। उसने बेटी को पत्थरों के ढेर से थोड़ी दूर खड़ा कर दिया। पहले उसने तौलिया लपेटकर बच्चे को पत्थरों के ढेर के पास रखा। इसके बाद उसने फेविस्टिक ली, पत्थर पर लगाई और मासूम के मुंह में ठूंस दिया। बची फेविस्टिक पत्थर ठूंसने के बाद ऊपर से लगा दी।
पूरी वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी और उसकी बेटी सड़क पर आए, जहां से उन्होंने ट्रैक्टर में लिफ्ट ली और तिलस्वां महादेव मंदिर पहुंचे। वहां आरोपी की पत्नी पहले से इंतजार कर रही थी। दर्शन के बाद तीनों ने एक धर्मशाला में कमरा किराए पर लिया और वहीं रुक गए। मांडलगढ़ थाने के एएसआई रामलाल मीणा ने बताया कि इनपुट के आधार पर पुलिस ने घटना के तीसरे दिन आरोपी परिवार को तिलस्वां महादेव मंदिर के पास से पकड़ लिया। जिन्हें पूछताछ के बाद नाना और मां को गिरफ्तार कर लिया गया।