राजस्थान के उपमुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा रविवार को अजमेर पहुंचे, जहां वे एक निजी होटल में आयोजित विवाह समारोह में शामिल हुए। इस दौरान मीडिया से बातचीत में उन्होंने प्राइवेट बस संचालकों को कड़े शब्दों में चेतावनी दी कि वे अपनी बसों को परिवहन विभाग के निर्धारित नियमों के अनुसार ही संचालित करें। बैरवा ने कहा कि मनमर्जी से बसों में बदलाव करना या उन्हें मॉडिफाई करना पूरी तरह गलत है। सरकार यात्रियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देती है, इसलिए नियमों का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।
बैरवा ने स्पष्ट कहा कि यदि बस संचालक परिवहन विभाग के नियमों का पालन करेंगे तो उन्हें किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि यात्रियों की सुरक्षा और आरामदायक यात्रा सरकार की पहली जिम्मेदारी है। उन्होंने बताया कि प्राइवेट बस मालिकों की हड़ताल का कारण केवल यह है कि वे तय मानकों का पालन नहीं कर रहे हैं। “अगर वे नियमों के तहत बसें चलाएं तो हड़ताल की नौबत ही नहीं आएगी,” उन्होंने कहा।
कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए बैरवा ने कहा कि पिछली सरकार के समय केवल 600 बसें रोडवेज में चल रही थीं, जबकि वर्तमान भाजपा सरकार के कार्यकाल में यह संख्या बढ़कर 3200 हो गई है। उन्होंने कहा कि पहले रोडवेज की एक बस रोजाना कंडम हो जाती थी, लेकिन अब नई बसों की खरीद की गई है और आगे भी प्रक्रिया जारी रहेगी। बैरवा ने बताया कि राज्य सरकार ने गांवों को भी बस सेवा से जोड़ा है, जिससे रोडवेज संचालन से प्रतिदिन लगभग साढ़े पांच हजार करोड़ रुपये का राजस्व बढ़ा है।
एसआईआर प्रणाली पर पूछे गए सवाल के जवाब में उपमुख्यमंत्री ने कहा कि यह प्रणाली सही मतदाता को पहचानने में मदद करेगी और फर्जी वोटिंग पर रोक लगाएगी। उन्होंने इसे चुनाव आयोग का सराहनीय कदम बताया, जिससे लोकतंत्र और मजबूत होगा। बैरवा ने कहा कि पारदर्शी मतदान प्रक्रिया से जनता का विश्वास चुनाव व्यवस्था में और बढ़ेगा। राजनीतिक सवालों पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रेमचंद बैरवा ने कहा कि जब नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने थे, तब भारत की अर्थव्यवस्था 11वें स्थान पर थी, जो आज चौथे स्थान पर पहुंच चुकी है।
उन्होंने कहा कि भाजपा बिना विजन के कोई काम नहीं करती, “जो कहती है, वह करती है।” उन्होंने विश्वास जताया कि अंता उपचुनाव में भाजपा उम्मीदवार ही विजयी होगा और प्रदेश में विकास की गति और तेज होगी।


