बाड़मेर पुलिस ने “धरकर भर” अभियान के तहत एक महत्वपूर्ण कार्रवाई की है, जिसमें फायरिंग कर जानलेवा हमला करने के आरोपी और पिस्टल सप्लायर देराजाराम उर्फ देराराम को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी पिछले एक साल से फरार था और उस पर 10 हजार रुपए का इनाम घोषित था। पुलिस ने तकनीकी निगरानी और गोपनीय सूचना के आधार पर संयुक्त कार्रवाई करते हुए उसे रावतसर से पकड़ा। आरोपी एसपी नरेंद्र सिंह मीणा के अनुसार, वर्ष 2024 में रीको थाना क्षेत्र में हुई फायरिंग की घटना के बाद से फरार था।
पुलिस ने पहले ही इस मामले में मुख्य आरोपी बालाराम और करनाराम निवासी रावतसर को गिरफ्तार कर लिया था। जांच में यह सामने आया कि करनाराम को अवैध पिस्टल उपलब्ध करवाने वाला देराजाराम था। पुलिस ने आरोपी की सक्रियता और पूर्व के आपराधिक रिकॉर्ड को देखते हुए उसे टॉप-10 वांछित अपराधियों की सूची में शामिल किया और 10 हजार रुपए का इनाम घोषित किया। गडरारोड थानाधिकारी छैलसिंह के नेतृत्व में टीम ने आरोपी की लोकेशन पर लगातार निगरानी रखी। तकनीकी विश्लेषण और मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर पुलिस को आरोपी के रावतसर इलाके में आने की खबर मिली।
इस पर डीएसटी टीम और गडरारोड थाना पुलिस ने संयुक्त रूप से दबिश दी और देराजाराम को हिरासत में ले लिया। पूछताछ के बाद उसे विधिवत गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, आरोपी देराजाराम के खिलाफ पहले से एक मामला अपहरण (किडनैपिंग) का दर्ज है। अब पुलिस उससे यह भी पूछताछ कर रही है कि अवैध हथियार कहां से खरीदे और किन लोगों तक सप्लाई किए गए। पुलिस को संदेह है कि आरोपी क्षेत्र में अवैध हथियारों की तस्करी से जुड़े नेटवर्क का हिस्सा है।
24 नवंबर 2024 को रीको थाना क्षेत्र के सिणधरी सर्किल के पास हुई फायरिंग में करमेंद्र पुत्र मानाराम निवासी रावतसर गंभीर रूप से घायल हुआ था। करमेंद्र अपनी थार गाड़ी से जेसीबी शोरूम की गली से सिणधरी सर्किल की ओर जा रहा था। उसी दौरान पुरानी रंजिश के चलते करणाराम निवासी रावतसर ने स्कॉर्पियो से टक्कर मारी और पैर पर गोली मार दी। हमले के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए थे। घायल करमेंद्र को तत्काल जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया था।
इस घटना के बाद रीको थाना पुलिस ने बीएनएस और आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया था। जांच के दौरान यह सामने आया कि करनाराम को फायरिंग के लिए पिस्टल देराजाराम ने ही उपलब्ध करवाई थी। एसपी नरेंद्र सिंह मीना ने बताया कि “धरकर भर अभियान” के तहत जिले में फरार और इनामी अपराधियों की धरपकड़ लगातार जारी है। उन्होंने कहा कि अवैध हथियारों की सप्लाई करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। कार्रवाई में शामिल पुलिसकर्मियों में डीएसटी हेड कॉन्स्टेबल प्रेमाराम, कांस्टेबल नखतसिंह, नींबसिंह, आईदानसिंह, हरलाल, रामस्वरूप, स्वरूपसिंह और पवन कुमार शामिल थे।


