बेंगलुरु में कचरा फेंकने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की तैयारी शुरू हो गई है। उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने चेतावनी दी है कि शहर की छवि खराब करने वालों पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी और जुर्माना लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि सभी पांच नागरिक निगमों को गश्त बढ़ाने और निगरानी मजबूत करने के निर्देश दिए गए हैं। सीसीटीवी फुटेज के जरिए वार्ड स्तर पर उल्लंघन करने वालों की पहचान की जा रही है। अपराधियों पर जुर्माना लगेगा और कुछ मामलों में उनका कचरा उनके घर के दरवाजे पर वापस भेजा जाएगा।
शिवकुमार ने साफ कहा कि यह अभियान जनता की प्रतिक्रिया की परवाह किए बिना जारी रहेगा। मुंबई मॉडल को अपनाने पर विचार कचरा प्रबंधन में सुधार के लिए मुंबई मॉडल को अपनाने पर विचार चल रहा है। शिवकुमार ने मुंबई दौरे का हवाला देते हुए कहा कि सड़क ठेकेदारों को कचरा संग्रहण और निपटान की जिम्मेदारी दी जा सकती है। नागरिकों से अपील की गई है कि वे कचरे का उचित पृथक्करण करें और केवल अधिकृत वाहनों को ही सौंपें।
सड़कें कम से कम 10 साल तक चलेंगी सड़कों की स्थिति सुधारने के लिए हैदराबाद जैसे शहरों में इस्तेमाल हो रही उन्नत डामर तकनीक को अपनाने की योजना है। इससे सड़कें कम से कम 10 साल तक चलेंगी। कंपनियों ने कम से कम 10 किलोमीटर काम की मंजूरी मांगी है, जिस पर विचार किया जा रहा है।


