रींगस। काल भैरव अष्टमी के दिन बुधवार को लोक देवता भैरव बाबा का जन्मोत्सव 101 किलो मावे का केक काटकर मनाया गया। युवा विकास मंच ने 71 सौ दीपकों का दीपदान किया, जिससे संपूर्ण मंदिर परिसर प्रकाशित हो गया। मंदिर कमेटी अध्यक्ष सुवालाल गुर्जर ने बताया कि काल भैरव अष्टमी के दिन भैरव बाबा ने शिवजी के पांचवे रुद्र अवतार के रूप में अवतार लिया था। इस दिन को विशेष प्रयोजन के साथ संपूर्ण मंदिर परिसर को सजा कर, बाबा की मूर्ति का 51 किलो दूध से अभिषेक कर कोलकाता से आए फूलों से विशेष शृंगार किया गया।
पूरे दिन मंदिर में भैरव नामावली के पाठ, हवन, सत्संग कार्यक्रम चले। तड़के मंगला आरती से ही श्रद्धालुओं का आवागमन शुरू हो गया जो देर रात तक जारी रहा। संध्या काल में भव्य आतिशबाजी के साथ बाबा का केक काटा गया जिसमें सैंकड़ों भक्तों ने बाबा को हैप्पी बर्थडे के जयकारे लगाए। गंगा मैया की तर्ज पर महाआरती इस बार नवाचार कर गंगा मैया की आरती की तर्ज पर भैरुजी जोहड़ी की महाआरती की गई, जिसमें सैंकड़ों श्रद्धालुओं ने हाथों में दीपक लेकर भैरु बाबा की पवित्र जोहड़ी की आराधना की।
गौरतलब है कि भैरु बाबा मंदिर आने वाले श्रद्धालु भैरुजी जोहड़ी को पवित्र गंगा नदी का अंश मानते हैं जिसमें स्नान मात्र से ही दु:ख, दर्द, पीड़ा दूर होती है।


