घर बैठे फ्री एनीमेशन कोर्स में करें दाखिला, जानें कैसे

vikram singh Bhati

बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (BHU) ने एनीमेशन से संबंधित नया पाठ्यक्रम “ANIMATIONs” शुरू किया है। उम्मीदवार इसे भारत सरकार के फ्री एजुकेशन पोर्टल “SWAYAM” पर जाकर ज्वाइन कर सकते हैं। इस पाठ्यक्रम में पॉली इंजीनियरिंग, पॉली पेंटिंग, लाइटनिंग टेक्निक सहित कई विषय शामिल हैं। इसके को-ऑर्डिनेटर बीएचयू के प्रोफेसर डॉ अभिषेक कुमार और डॉ अचिंत्य सिंघल हैं। अब तक 300 से अधिक लर्नर इस कोर्स के लिए एनरोल कर चुके हैं। यह कोर्स ऑनलाइन मोड में फ्री में पढ़ाया जाता है। एनीमेशन को एक बेहतरीन करियर विकल्प माना जाता है, जिसमें मूविंग इमेज बनाने की स्किल और तकनीक शामिल है।

आज के समय में फिल्म, वीडियो, गेमिंग, एडवरटाइजिंग, टेलीविजन जैसे क्षेत्रों में एनीमेशन एक्सपर्ट्स के लिए अवसर बढ़ रहे हैं। इसके लिए तकनीकी स्किल और कलात्मक प्रतिभा की आवश्यकता होती है। नए सॉफ्टवेयर और तकनीक को सीखना भी महत्वपूर्ण है। यदि आपको इस क्षेत्र में रुचि है, तो आप बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी के इस कोर्स को ज्वाइन कर सकते हैं। ज्वाइन करने के लिए सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट http://swayam.gov.in पर जाएं। होम पेज पर साइन इन/रजिस्टर के लिंक पर क्लिक करें। आवश्यक जानकारी भरकर प्रोफाइल बनाएं। फिर कोर्स को सर्च करें।

पाठ्यक्रम की जानकारी लेने के बाद “ज्वाइन” बटन पर क्लिक करें। लॉगिन करें और पाठ्यक्रम से जुड़े। एनिमेशन्स कोर्स चार क्रेडिट पॉइंट का पोस्ट ग्रेजुएट लेवल पाठ्यक्रम है, जो इंग्लिश माध्यम में उपलब्ध है। इसे पूरा करने में केवल 15 सप्ताह का समय लगता है। एनरोलमेंट की अंतिम तिथि 28 फरवरी 2026 है। यह कोर्स 15 जनवरी से 30 अप्रैल तक चलेगा। इंटरनल असेसमेंट 30% और परीक्षा का वैटेज 70% होता है। यदि कोई व्यक्ति सर्टिफिकेट प्राप्त करना चाहता है, तो उसे एनटीए द्वारा आयोजित परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करना होगा, जो ऑप्शनल है।

इसके लिए लगभग 1000 रुपये शुल्क का भुगतान करना होगा। यह कोर्स एनीमेशन डिजाइन इंजीनियरिंग और गेम टेक्नोलॉजी में विशेषज्ञता रखने वाले छात्रों के लिए है। डिजाइन इंजीनियरिंग, विजुअल इफैक्ट्स और एनीमेशन में करियर बनाने के लिए यह एक अच्छा विकल्प हो सकता है। इसमें एनिमेशन फिल्म निर्माण में रचनात्मक तकनीक और विश्लेषणात्मक कौशल विकसित करने के लिए डिजाइन के इतिहास और सिद्धांतों के बारे में बताया गया है।

Share This Article
Vikram Singh Bhati is author of Niharika Times web portal